बीते दिनों केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि दिन राज्यों में हिंदुओं की संख्या कम है वहां उन्हें अल्पसंख्यक घोषित किया जा सकता है। इसके बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य में मुस्लिमों को अल्पसंख्यक नहीं माना जा सकता क्योंकि वह राज्य में बहुसंख्यक हैं। कई जिलों में हिंदू अल्पसंख्यक हैं। अब इस मुद्दे को लेकर राजनीति गर्म हो गई है।

न्यूज 18 के शो आर-पार में इस मुद्दे पर बहस हुई। इस दौरान मुस्लिम स्कॉलर शोएब जमई देश में मुसलमानों की आबादी को लेकर सवाल भड़क गए। उन्होंने सवाल किया कि 135 करोड़ की आबादी में 100 करोड़ इंटरनेट से डाउनलोड नहीं हुए? डिबेट शो के दौरान एक दर्शक ने सवाल किया कि आप पॉपुलेशन की बात क्यों नहीं करते? 47 में हिदुओं की पॉपुलेशन कितनी थी और मुस्लिमों की पॉपुलेशन कितनी थी? आज हिंदुओं की आबादी क्यों घट रही हैं और मुस्लिमों की आबादी बढ़ रही है?

इस सवाल को लेकर शोएब जमई ने कहा, ” 135 करोड़ जिस देश की जनसंख्या हो वहां पर पॉपुलेशन कंट्रोल चिंता का कारण होना चाहिए। इसके लिए कमद उठाने चाहिए। लेकिन एक बात को आप मानिए 135 करोड़ के देश में अगर एक ही समुदाय की आबादी 100 करोड़ हो तो इसकी जिम्मेदारी किसपर आती है?”

शोएब जमई ने आगे कहा कि उन्हें लगता है कि आप जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। अब बात आती 14 फीसदी मुस्लिम आबादी की तो आप देश की आबादी की सारा दोष को मुस्लिमों को नहीं दे सकते। 100 करोड़ की आबादी का योगदान कितना बड़ा है इस जनसंख्या विस्फोट में इसको कब मानेंगे। और जब मानेंगे तो कदम उठाएंगे।

इस दौरान एक महिला दर्शक ने कहा कि उनके लिए चिंता का विषय है कि हम हिंदुस्तान में रहकर हम हिंदू होंगे अल्पसंख्यक पर चर्चा कर रहे हैं। बहुत सारे राज्यों में हिंदू अल्पसंख्य हो गए क्यों? मुस्लिम 22-22 बच्चा पैदा करके अल्पसंख्यक कहलाते हैं। ये मेरे लिए चिंता का विषय है। इसपर शोएब जमई ने कहा कि इंडिया एक प्रिंसली स्टेट था।

जमई ने आगे कहा कि कई राज्यों में हिंदू पहले से अल्पसंख्यक थे। वहां क्रिश्चयन और बौद्ध ज्यादा थे। छह राज्यों में हिंदू पहले से तादाद में कम थे। हमने उनका विरोध नहीं किया। वहां माइनॉरिटी स्टेटस दीजिए। आप जो 20-22 बच्चे कह रही हैं मैडम वो आपत्तिजनक है। 135 करोड़ की आबादी में 100 करोड़ कोई इंटरनेट से डाउनलोड नहीं हो जाते। वो भी एक प्रॉसेस से चलते हैं। ये सब मत कहिए। वरना 100 करोड़ की आबादी काफी होती है। योगदान काफी होता है।