Republic Day 2020: जाने-माने मुस्लिम स्कॉलर शोएब जामई ने न्यूज चैनल पर डिबेट के दौरान देश की 65 प्रतिशत जनता को गणतंत्र दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि बाकी की 35 प्रतिशत जनता ने नरेंद्र मोदी को वोट दिया था। उनके इस बयान के बाद डिबेट शो में मौजूद ऑडियंस ने उनकी जबरदस्त आलोचना की। दरअसल ‘न्यूज 18’ के एक टीवी डिबेट में शिरकत कर रहे शोएब जामई ने कहा कि ‘मैं करोड़ों लोगों को खासकर 65 फीसदी जनता को बधाई देना चाहता हूं जिसमें हिंदू-मुस्लिम सब लोग हैं जो आज इस काले कानून के खिलाफ खड़े हैं। उनको मैं बधाई देना चाहता हूं…सलाम है आपको…तमाम महिलाओं को सलाम है।’
जब चैनल के एंकर ने उनसे कहा कि यह विवादित बयान है सिर्फ 65 फीसदी जनता को क्यों…100 फीसदी को क्यों नहीं? तो इसपर जवाब देते हुए शोएब जामई ने कहा कि ‘मैं सलाम उनको कर रहा हूं जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी को वोट नहीं दिया था।…35 प्रतिशत लोगों ने वोट दिया था…65 प्रतिशत वालों ने वोट नहीं दिया था।’
इस शो में मौजूद भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस बयान के बाद शोएब जामई को घेरा। उन्होंने कहा कि ‘यहीं पर अब यह तय हो चुका है कि कौन संविधान को बचाना चाहता है और कौन देश को तोड़ना चाहता है…वोटिंग हमारा अधिकार है…कौन किसको वोट करता है…और कौन किसको वोट नहीं देता है उसके आधार पर आप देश को तोड़ नहीं सकते।’
इसपर जवाब देते हुए शोएब जामई ने फिर कहा कि ‘मैं इसे एक बलंडर मानता हूं कि वोट देकर ऐसी फासीवादी सरकार को केंद्र में लाया गया।’ शोएब जमाई के इस बयान के बाद शो में मौजूद दूसरे पैनलिस्ट ने भी सवाल उठाया कि लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को लेकर ऐसी बातें नहीं कही जा सकती।
इस गरमागर्म बहस के दौरान शो में मौजूद ऑडियंस ने भी शोएब जामई के बयान की आलोचना शुरू कर दी। दर्शकों ने सवाल उठाया कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सभी को हक है अपने मन मुताबिक अपने मताधिकार का इस्तेमाल करना। वोट करने के लिए जनता की आलोचना नहीं की जा सकती है।