मध्य प्रदेश में बीजेपी को मुख्यमंत्री चुनने में जरूरत से ज्यादा समय जा रहा है। दावेदार कई हैं, ऐसे में माथपच्ची भी उतनी ज्यादा ही होती दिख रही है। इस सीएम रेस में सबसे प्रबल दावेदार वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी बताया गया है। लेकिन वे समय-समय पर खुद ही अपनी दावेदारी को नकारते दिख रहे हैं। कुछ घंटों पहले ही शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर ‘सभी को राम-राम’ लिख दिया।
अब भारत जैसी संस्कृति में राम-राम के दो मतलब निकाले जाते हैं। अगर कोई शख्स अपनी विदाई ले रहा होता है या कहना चाहिए जा रहा होता है, तभी ऐसे ही ‘राम-राम’ कहा जाता है। वहीं कभी कबार सामान्य अभिवादन में भी इसका प्रयोग होता दिख जाता है। लेकिन मध्य प्रदेश में तो इस समय क्योंकि मुख्यमंत्री चुनने की बात चल रही है, उस बीच कुछ जानकार शिवराज के मैसेज के अलग ही मायने निकाल रहे हैं। माना जा रहा है कि उन्हें हाईकमान का फैसला सुना दिया गया है।
वैसे शुक्रवार को भी शिवराज सिंह चौहान की प्रह्लाल सिंह पटेल के साथ भी एक ऐसी ही तस्वीर सामने आई थी। उस तस्वीर में वैसे तो प्रह्लाद सिंह बीजेपी जीत के लिए शिवराज को बधाई देने गए थे। लेकिन जीत के इतने दिनों बाद बधाई संदेश लेकर जाना कई को हैरान कर गया। उसी वजह से कुछ जानकारों का मानना रहा कि ये तस्वीर असल में सत्ता परिवर्तन का बड़ा संकेत हो सकती है। उसके ऊपर अब शिवराज का राम-राम लिखना इन अटकलों को और ज्यादा बल दे गया है।
जानकारी के लिए बता दें कि सोमवार को बीजेपी मध्य प्रदेश में अपना मुख्यमंत्री का ऐलान कर सकती है। उसी दिन विधायक दल की बैठक होने जा रही है। उस बैठक में ही नए सीएम के नाम पर मुहर लग सकती है। अब पुराने पर भरोसा कायम रहता है या नए पर दांव चला जाता है, यहीं देखना दिलचस्प रहने वाला है।