कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर ऐसी बात कह दी कि वह बुरी तरह भड़क गए। उन्होंने राहुल के खिलाफ मानहानि का मुकदमा ठोंकने तक की ठान ली। सोमवार (29 अक्टूबर) को कांग्रेस अध्यक्ष सूबे के झाबुआ में थे। एक जनसभा में उन्होंने कहा था, “सीएम शिवराज के बेटे का नाम पनामा पेपर्स में था। फिर भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।” राहुल ने आगे पड़ोसी मुल्क का जिक्र छेड़ते हुए बताया, “यहां तक कि पाकिस्तान सरीखे देश ने भी पनामा विवाद में नाम सामने आने के बाद अपने पूर्व प्रधानमंत्री को सजा दी थी।” हालांकि, मानहानि की धमकी पर राहुल ढीले पड़े और बाद में उन्होंने अपनी गलती मान ली।
बेटे कार्तिकेय पर लगे आरोप के जवाब में सीएम बोले कि राहुल ने सारी मर्यादाएं पार कर दीं। उन्होंने इस बारे में सोमवार रात ट्वीट कर लिखा, “कांग्रेस कई सालों से मुझ पर और मेरे परिवार पर अनर्गल आरोप लगा रही है। हम सबका सम्मान करते हुए मर्यादा रखते हैं। पर आज तो राहुल जी ने यह कह कर कि मेरे बेटे कार्तिकेय का नाम पनामा पेपर्स में आया है, सारी हदें पार कर दीं! कल ही हम उन पर मानहानि का दावा कर रहे हैं।”

पनामा पेपर्स लीक घोटाले में नाम आने की बात पर कार्तिकेय चौहान ने भी सफाई जारी की। मंगलवार (30 अक्टूबर) को उन्होंने स्थानीय मीडिया से कहा कि राहुल का बयान सरासर झूठा है। उन्हें 48 घंटे के भीतर उसके लिए माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने उनके परिवार की प्रतिष्ठा खंडित की है।

हालांकि, मंगलवार सुबह राहुल अपने ही बयान से पलट गए। मानहानि की धमकी आने के बाद उन्होंने अपनी गलती स्वीकार ली। उन्होंने कहा है कि वह भ्रमित हो गए थे। बकौल राहुल- इतने स्कैम हैं कि मैं कन्फ्यूज हो गया था। सुनिए, इस मसले पर एक कार्यक्रम में सफाई देते हुए क्या बोले राहुल-
It was slip of tongue, says Rahul Gandhi on goofs up on Panama papers in Madhya Pradesh rally#ITVideo
More videos: https://t.co/Nounxo6IKQ pic.twitter.com/XyEtYAVBAN— India Today (@IndiaToday) October 30, 2018
शिवराज ने मंगलवार को इसी पर पलटवार करते हुए राहुल को परमानेंट कन्फ्यूज (पूरी तरह से भ्रमित) बताया। उन्होंने कहा है कि मेरा बेटा राजनीति में नहीं है। फिर भी राहुल रोज मुझ पर झूठे आरोप लगा देते हैं। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में 28 नंवबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। ऐसे में राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह घटना सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के वोट बैंक पर असर डाल सकती है।