शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के एक दिन बाद पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रतिशोधी रवैया अपनाने से मना किया गया है। मुखपत्र के संपादकीय में कहा गया है कि उद्धव ठाकरे और प्रधानमंत्री मोदी भाई की तरह हैं। ऐसे में उन्हें प्रतिशोधी रवैया अख्तियार न करते हुए अपने छोटे भाई का ख्याल रखना होगा। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि अगर ऐसा नहीं होता है तो उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।

सामना में लिखा गया कि ‘अब शिवसेना का भगवा झंडा मंत्रालय और विधान भवन में लहरा रहा है। ऐसे में प्रधानमंत्री को अब प्रतिशोधी रवैया अपनाने से खुद को रोकना होगा वर्ना आपको इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है। महाराष्ट्र की राजनीति में शिवसेना और बीजेपी अलग-अलग हो चुके हैं लेकिन मोदी-ठाकरे के रिश्ते ‘भाई की तरह’ हैं। पीएम मोदी और उद्धव ठाकरे भाई की तरह हैं ऐसे में अपने छोटे भाई का ख्याल रखना उनकी जिम्मेदारी है।’

संपादकीय में देवेंद्र फडणवी सरकार की आर्थिक नीतियों पर भी कटाक्ष किया गया है। कहा गया है कि ‘पांच साल में राज्य पर पांच लाख करोड़ का कर्ज लादकर गई है। इसलिए नए सीएम ने जो संकल्प लिया है, उस पर तेजी से लेकिन सावधानी के साथ आगे बढ़ना होगा। नई सरकार सार्वजनिक कल्याण के तहत काम करेगी। महाराष्ट्र के किसानों को दयनीय हालात से निकालने के लिए केंद्र को मदद देनी होगी।’

बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद मुख्यमंत्री पद साझा करने के मुद्दे को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच रिश्ते तल्ख हो गए थे। इस बीच शिवसेना ने बीजेपी से अपना दशकों पुराना नाता तोड़ कर एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर त्रिदलीय गठबंधन बना लिया था। इस गठबंधन ने राज्य में सरकार बना ली है।