प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस पर कश्मीर समस्याओं को लेकर कहा था कि इसका समाधान प्यार से ही सुलझाया जा सकता है न की गाली या गोली से। लेकिन पीएम मोदी की इस बात से शायद एनडीए के सहयोगी दल शिवसेना को आपत्ति है। पार्टी ने पीएम मोदी के ‘गाली और गोली’ वाले बयान पर ऐतराज जताया है और जम्मू कश्मीर को मिले आर्टिकल 370 को हटाने की मांग भी की है जो राज्य को स्पेशल स्टेटस देता है। पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना में बुधवार (16 अगस्त) को छपे संपादकीय में लिखा, “प्रधानमंत्री का यह बयान काफी चौंकाने वाला हैं। कश्मीर मसले का हल सिर्फ धारा 370 हटाकर ही किया जा सकता है।”
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर की समस्या को लेकर कहा था कि गोलियों या गालियों से इसका समाधान नहीं निकलेगा। मोदी ने लाल किले के प्राचीर से अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में कश्मीरी आतंकवादियों से हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा में लौटने और देश के लोकतंत्र का हिस्सा बनने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार के अलावा देश का प्रत्येक शख्स जम्मू एवं कश्मीर का विकास करने और यहां के लोगों के सपनों को साकार करने में मदद के लिए प्रतिबद्ध है। मोदी ने कहा कि देश कश्मीर की ख्याति एवं प्रसिद्धि को बहाल करना चाहता है।
इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा, “हम राज्य की पुरानी समृद्धि वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि कश्मीर में जो भी हो रहा है, उसे लेकर आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं।” उन्होंने मुट्ठीभर अलगाववादियों पर चुटकी लेते हुए कहा कि वे कश्मीर की समस्याओं को ज्वलंत बनाए रखने के लिए नए हथकंडे अपना रहे हैं। मोदी ने कहा, “मैं बहुत स्पष्ट हूं कि इस लड़ाई को कैसे लड़ना है। यह न तो गालियों से और न ही गोलियों से सुलझेगा। हर कश्मीरी को गले लगाकर इसे सुलझाया जा सकता है।”

