Shiv Sena, Saamana: देश भर में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी (NRC) पर जारी घमासान के बीच महाराष्ट्र में सत्ताधारी शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए अवैध घुसपैठियों पर निशाना साधा है। सामना में अवैध मुस्लिम घुसपैठियों के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए लिखा गया कि देश में घुसे पाकिस्तानी-बांग्लादेशी मुसलमानों को बाहर निकालना चाहिए। इसके साथ ही सामना में एमएनएस (MNS) अध्यक्ष राज ठाकरे पर भी तंज कसा गया है। हालांकि मुखपत्र में यह भी कहा गया कि नागरिकता कानून और एनआरसी का नुकसान मुसलमानों के साथ हिंदुओं को भी होगा। बाद में शिवसेना ने साफ किया कि उसने हिंदुत्व का भगवा रंग कभी नहीं छोड़ा।
घुसपैठियों पर शिवसेना का बयान: शनिवार (25 जनवरी) को शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखा गया कि “देश में घुस आए पाकिस्तानी और बांग्लादेशी मुसलमानों को बाहर निकाला जाना चाहिए, इसमें कोई संदेह नहीं है।” इसके साथ ही राज ठाकरे की पार्टी MNS पर तंज कसते हुए सामना में लिखा गया कि पाकिस्तानी और बांग्लादेशी मुसलमानों को बाहर निकालने के लिए किसी राजनीतिक दल को अपना झंडा बदलना पड़े, ये बात बड़ी ही मजेदार लगती है और इसके लिए दो झंडों की योजना बनाना ये दुविधा या तो फिसलती गाड़ी के लक्षण हैं। राज ठाकरे की 14 साल पुरानी पार्टी का जन्म मराठा मुद्दे पर हुआ था, लेकिन अब वह हिंदुत्ववाद की ओर जाती दिख रही है।
हिंदुत्व नहीं छोड़ा: सामना में आगे लिखा गया कि शिवसेना ने प्रखर हिंदुत्व के मुद्दे पर जागरुकता के साथ काम किया लेकिन कभी हिंदुत्व का भगवा रंग नहीं छोड़ा और यह रंग ऐसा ही रहेगा।
बीजेपी पर निशाना: शिवसेना ने कहा कि एनआरसी और सीएए कानून पर देश में बवाल मचा है और केंद्र सरकार इसका राजनीतिक लाभ उठाना चाहती है। इस कानून से सिर्फ मुसलमानों को ही नहीं बल्कि 30 से 40 प्रतिशत हिंदुओं को भी नुकसान होगा।