हिमाचल प्रदेश के शिमला में स्थित संजौली मस्जिद को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। अवैध रूप से बनाई गई इस मस्जिद को गिराने का काम आज से शुरू हो जाएगा। इस बात की पुष्टि खुद मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ ने की है। वक्फ बोर्ड ने भी मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने की इजाजत दे दी है। हिमाचल प्रदेश राज्य वक्फ बोर्ड ने संजौली मस्जिद कमेटी को नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) दे दिया है। संजौली मस्जिद कमेटी ने वक्फ बोर्ड से मस्जिद के अवैध बताए जा रहे हिस्से को हटाने की अनुमति मांगी थी।
तोड़ी जाएंगी मस्जिद की तीन फ्लोर
संजौली मस्जिद की तीन फ्लोर को गिराया जाना है। इसे गिराने का काम आज से शुरू हो जाएगा। संजौली मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ के मुताबिक, मस्जिद का मालिकाना हक वक्फ बोर्ड के पास है। संजौली मस्जिद कमेटी ने यह कदम आपसी भाईचारे को कायम रखने के लिए उठाया था और वह अपनी बात पर कायम हैं। बता दें कि शिमला के संजौली में मस्जिद के निर्माण को लेकर जमकर विरोध हुआ था। स्थानीय लोगों ने इस मस्जिद को लेकर प्रदर्शन भी किया था। लोगों पर लाठीचार्ज का भी मामला सामने आया था।
संजौली मस्जिद विवाद को लेकर हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सबसे पहले तो मैं उनकी पहल का स्वागत करता हूं कि उन्होंने आज से ही स्वेच्छा से अवैध इमारत और उसके अवैध हिस्से को गिरा दिया है। चूंकि मामला नगर निगम आयुक्त की अदालत में है, इसलिए उन्हें वहां अर्जी देनी चाहिए कि उन्हें समय की मोहलत चाहिए, वहां पर फैसला लिया जाएगा। मुझे लगता है कि इस मामले में मेरा कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा। मैं प्रदेश की जनता से अपील करता हूं कि अच्छा माहौल बनाए रखें, ऐसी कोई स्थिति नहीं आनी चाहिए जिससे भाईचारा खराब हो।
नगर निगम आयुक्त ने दिया था निर्देश
बता दें कि इस मामले में लोगों के प्रदर्शन के बाद मस्जिद में हुए कथित अवैध निर्माण के मामले में नगर निगम आयुक्त की अदालत में सुनवाई चल रही है। इस मामले में 5 अक्टूबर को नगर निगम आयुक्त की अदालत ने मस्जिद के दूसरे, तीसरे और चौथे फ्लोर को हटाने के निर्देश जारी किए थे। इसके बाद मस्जिद कमेटी ने खुद ही नगर निगम आयुक्त के समक्ष मस्जिद के अवैध बताए जा रहे हिस्से को हटाने की पेशकश की थी।