शीना बोरा हत्याकांड से जुड़े रहस्य में शनिवार को उस वक्त नया मोड़ आ गया जब पुलिस ने स्वीकार किया कि रायगढ़ जिले के पेण तालुका में जब शीना के कथित अवशेष बरामद किए गए थे तब हत्या या दुर्घटनावश मौत का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था। वहीं हत्याकांड में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी ने अभी तक जुर्म कबूल नहीं किया है। सूत्रों के मुताबिक, अब वह कह रही है कि हो सकता है कि ड्राइवर श्याम ने शीना की हत्या कर दी हो। वहीं पुलिस ने कहा कि हत्या में इस्तेमाल कार का पता चल गया है और उसे बरामद करना बाकी है। पुलिस शनिवार को वर्ली के हिलटॉप होटल में भी गई, जहां के दस्तावेजों से साबित हुआ कि 24 अप्रैल 2012 की शाम को संजीव खन्ना ने होटल में प्रवेश किया और 25 अप्रैल को शाम चार बजे तक वहां रहा। पुलिस ने होटल से आगंतुक पुस्तिका बरामद कर ली है।
पहली बार रायगढ़ पुलिस ने वस्तुत: स्वीकार किया कि जब 23 मई, 2012 को एक जला हुआ शव बरामद किया गया तो पुलिस ने निजी तौर पर ढुलमुल रवैया अपनाया। माना जा रहा है कि शीना की हत्या अप्रैल, 2012 में हुई थी। रायगढ़ जिले के पुलिस अधीक्षक सुवेज हक ने अलीबाग में पत्रकारों से कहा, ‘जब 2012 में रायगढ़ से बरामद अवशेष जेजे अस्पताल को भेजे गए तो न तो किसी अपराध और न ही दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई’।
इसी साल रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी संभालने वाले हक ने कहा, ‘मुझे सभी गलत चीजों और खामियों की जांच का आदेश दिया गया है। हमने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को तथ्यात्मक रिपोर्ट दे दी है। महानिरीक्षक (कोंकण क्षेत्र) ने शुक्रवार को जांच का आदेश दिया। हम इस जांच को जल्द पूरा कर लेंगे और रिपोर्ट पेश करेंगे’।
बहरहाल, हक ने इस बारे में कुछ कहने से इनकार कर दिया कि पुलिस ने जब मानव कंकाल बरामद किए तो उसने तीन साल तक उदासीनता क्यों बरती। पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘जांच चल रही है और यह सही समय नहीं है अथवा मैं इस बारे में टिप्पणी करने के लिए उपयुक्त व्यक्ति नहीं हूं कि मामला दर्ज क्यों नहीं किया गया’।
हक ने कहा कि 23 मई, 2012 को एक चश्मदीद ने जला हुआ शव देखा। पंचनामे के बाद तत्कालीन पुलिस अधिकारियों ने कोई मामला दर्ज नहीं किया। उन्होंने कहा कि अवशेष को जेजे अस्पताल भेजे जाते समय इस बारे में थाने की डायरी में लिखा गया।
पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘हम इसे देख रहे हैं कि मामला दर्ज क्यों नहीं किया गया था। शुक्रवार को ही आइजी ने जांच का आदेश दिया। रिपोर्ट जल्द सौंपी जाएगी’।
पुलिस महानिदेशक संजीव दयाल ने कहा कि खामियों का पता लगाने के लिए जांच का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि कोताही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने शीना की हत्या के मामले में अब तक इंद्राणी, उसके पूर्व पति संजीव खन्ना और ड्राइवर श्याम राय को गिरफ्तार किया है। पेण तहसील से बरामद किए गए अवशेष डीएनए जांच के लिए भेजे गए हैं। अब इस मामले की जांच में पूरा ध्यान अवशेष के फोरेंसिक विश्लेषण की ओर चला गया है।
पुलिस इंद्राणी, खन्ना और ड्राइवर से पूछताछ कर रही है ताकि इस अपराध और मकसद के बारे में अधिक विवरण हासिल किया जा सके। हड्डियों और दूसरे अवशेषों को डीएनए जांच के लिए भेजा गया है। इस जांच का नतीजा मामले में काफी अहम होगा।
मुंबई स्थित जेजे अस्पताल ने शुक्रवार को खार थाने को कुछ हड्डियां सौंपी थी। इंद्राणी और मिखाइल के खून और बाल के नमूने भी एकत्र किए गए और फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला को भेजे गए हैं। इसकी रिपोर्ट तीन-चार दिनों में मिल जाने की उम्मीद है।
पुलिस ने शुक्रवार को दावा किया कि इंद्राणी मुखर्जी के पूर्व पति संजीव खन्ना ने इस मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। इंद्राणी, उसके ड्राइवर श्याम राय और खन्ना से आमने-सामने बैठाकर की गई पूछताछ के बाद पुलिस आयुक्त राकेश मारिया ने पत्रकारों से कहा, हमने अभी तीसरे आरोपी (खन्ना) से पूछताछ की है और उसने इस अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है’। खन्ना ने पहले दावा किया था कि उस वक्त वह सो रहा था जब 24 साल की शीना का कत्ल हुआ और उसने उसे एक वाहन में मृत पाया।
मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी के पति और स्टार इंडिया के पूर्व सीईओ पीटर मुखर्जी से भी शुक्रवार को इस मामले में पूछताछ की गई। पीटर के बेटे राहुल मुखर्जी से पुलिस ने उसकी सौतेली बहन शीना के साथ कथित रिश्ते को लेकर दो दिन तक विस्तार से पूछताछ की।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि खन्ना के पास से बरामद पासपोर्ट पर नीदरलैंड और अमेरिका का वीजा मिला है। सिद्धार्थ दास के बाद इंद्राणी ने खन्ना से शादी की थी। खन्ना और इंद्राणी से हुई बेटी विधि को पीटर मुखर्जी ने कानूनी तौर पर गोद लिया है, जो इस समय विदेश में पढ़ रही है। पूछताछ में यह बात सामने आई कि अलगाव के बाद भी दोनों लगातार मिलते थे, फोन पर बात करते थे और एक दूसरे को एसएमएस करते थे। पीटर और इंद्राणी के वरली स्थित घर के पास की होटल हिल टॉप में खन्ना ठहरता था।
अब तक हुई पूछताछ में पुलिस ने ड्राइवर और संजीव खन्ना के जुर्म कबूल करने की बात तो मीडिया को बताई मगर इंद्राणी के बारे में कुछ नहीं कहा। खार पुलिस स्टेशन से जुड़े सूत्रों की मानें तो इंद्राणी लगातार पूछताछ में असहयोग कर रही है और उसका कहना है कि शीना की हत्या उसने नहीं की। अब वह अपने ड्राइवर पर अपराध को थोपना चाह रही है।
इंद्राणी के बारे में यह बात भी सामने आ रही है कि उसने पांच शादियां की हैं। जब वह पढ़ ही रही थी तब 16 साल की उम्र में एक अमीर वकील से शादी करने के लिए घर से भागी थी। मगर ज्यादा समय तक दोनों साथ नहीं रह सके। दूसरा विवाह सिद्धार्थ दास से किया तब वह शिलांग में पढ़ रही थी। इंद्राणी ने साहिल नामक व्यक्ति से तीसरा विवाह किया था मगर यह विवाह भी बहुत कम समय तक टिका। चौथी शादी संजीव खन्ना के साथ की थी मगर दोनों की पटी नहीं तो पांचवीं शादी इंद्राणी ने पीटर मुखर्जी से की।
गिरफ्तारी, पार्टी और मुखर्जी…
कार्टर रोड से श्याम की गिरफ्तारी के एक दिन बाद 22 अगस्त, 2015 की रात को भी मुंबई पुलिस और मुखर्जी परिवार का साबका पड़ा था। जब पुलिस श्याम से पूछताछ कर रही थी तभी वर्ली कंट्रोल रूम को एक आइपीएस अधिकारी का फोन आता है। अधिकारी ने शिकायत की कि मुखर्जी परिवार की आयोजित पार्टी में काफी शोर-शराबा हो रहा है जिसे रोका जाए। अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की कि आइपीएस अधिकारी ‘मार्लो अपार्टमेंट’ के पीछे स्थित स्टेट पुलिस मेस में थे, और पार्टी का हंगामा उन्हें परेशान कर रहा था।
इसके बाद पुलिस मुखर्जी के घर के बाहर पहुंची जहां बाउंसर शोर-शराबा रोकने के लिए मान गए थे। बाउंसरों ने ही दोस्ताना बातचीत के दौरान पुलिस को बताया कि इस परिवार से जुड़े ड्राइवर को एक दिन पहले गिरफ्तार किया गया है। मार्लो परिसर के अन्य ड्राइवर भी श्याम की गिरफ्तारी के बारे में जानते थे लेकिन उन्हें गिरफ्तारी की वजह नहीं पता थी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि अभी फिलहाल हम यह नहीं कह सकते कि इंद्राणी को श्याम की गिरफ्तारी के बारे में पता था या नहीं?
इंद्राणी ने नहीं कबूला जुर्म
मुंबई में शनिवार को खार पुलिस स्टेशन परिसर में मीडिया के सामने चेहरा ढके इंद्राणी मुखर्जी। अब तक हुई पूछताछ में पुलिस ने ड्राइवर और संजीव खन्ना के जुर्म कबूल करने की बात तो मीडिया को बताई मगर इंद्राणी के बारे में कुछ नहीं कहा। खार पुलिस स्टेशन से जुड़े सूत्रों की मानें तो इंद्राणी लगातार पूछताछ में असहयोग कर रही है और उसका कहना है कि शीना की हत्या उसने नहीं की। अब वह कह रही है कि शायद उसके ड्राइवर श्याम ने शीना की हत्या कर दी हो।
जांच में अहम होगी अपराध में इस्तेमाल कार
मुंबई पुलिस ने उस कार की पहचान कर ली है जिसमें शीना की हत्या की गई। शुक्रवार को पुलिस उस टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी के संपर्क में आई थी जिसने उस गाड़ी को किराए पर दिया था जिसमें अपराध को अंजाम दिया गया था। इसी गाड़ी में शीना के शव को रख कर पेण के जंगल में नष्ट किया गया था। श्याम ने 23 अप्रैल से 25 अप्रैल 2012 के लिए एक एसयूवी बुक कराई थी। श्याम ने एडवांस पैसे देकर गाड़ी बुक की।
पुलिस ने कहा, ‘हम यह नहीं जानते कि तीन साल बाद हम गाड़ी से किसी भी तरह के फोरेंसिक सबूत हासिल कर पाएंगे या नहीं। लेकिन हम 23 से 25 अप्रैल 2012 तक के उन सभी सड़कों और टोल बूथ के सीसीटीवी फुटेज हासिल करने की कोशिश करेंगे जहां-जहां से आरोपी गुजरे थे। अगर फुटेज उपलब्ध होंगे तो घटनाक्रम की तारतम्यता सामने आ जाएगी।
