Mandi Cloudbursts: हिमाचल प्रदेश भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है। इसमें 78 लोगों की मौत हो गई और 400 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है और इसमें मंडी जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। इस त्रासदी पर कंगना रनौत की टिप्पणी से विवाद पैदा हो गया है। अब राज्य के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कंगना रनौत पर निशाना साधा है। इतना ही नहीं उनकी मंडी की हालिया यात्रा को फोटो खिंचवाने का अवस बताया है।
मीडिया से बातचीत में मंत्री ने कहा, ‘वह बस कुछ फोटो खिंचवाने आईं और चली गईं। जमीनी स्तर पर लोग जानते हैं कि कौन असल में काम कर रहा है और कौन सिर्फ फोटो खिंचवाने आ रहा है। वह उस क्षेत्र से चुनी गईं सांसद हैं और उन्हें यह स्पष्ट होना चाहिए कि वह अपने क्षेत्र के लिए क्या करना चाहती हैं। इससे पहले, वह जय राम जी से पूछ रही थीं कि सड़कें खुली हैं या नहीं। किसी को नहीं पता था कि वह कब आने वाली हैं। शायद सड़कें साफ होने के बाद ही वह आई थीं।’
कंगना रनौत पर साधा निशाना
नेगी ने कहा, ‘आज तक लगभग 1,200 पक्के और कच्चे घर तबाह हो चुके हैं। लगभग 174 सड़कें बंद हो गई हैं और कुछ को साफ कर दिया गया है, लेकिन फिर से लैंडस्लाइड हो रही है। यह रोजाना हो रहा है, सड़कें खुलती हैं और फिर बंद हो जाती हैं।’ उन्होंने बताया, पीडब्ल्यूडी ने भी बड़ी मशीनें तैनात कर दी हैं और बंद रास्तों को खोलने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहा है।’ कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी ने रनौत पर निशाना साधते हुए कहा, ‘पर्दे पर झांसी की रानी का किरदार निभाना एक बात है, लेकिन असल जिंदगी में उनके जैसा बनना अलग बात है।’
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घर बहने पर केंद्र देता है डेढ़ लाख मुआवजा – नेगी
नेगी ने कहा, ‘मैं उनकी मानसिकता के बारे में बात नहीं करना चाहता, वह कहती हैं कि हमें 2014 के बाद आजादी मिली। उन्हें संसद भेजा गया, लेकिन उन्होंने राहत सामग्री की कमी पर सवाल नहीं उठाया।’ उन्होंने आगे कहा, ‘जब भी कोई घर बह जाता है, तो केंद्र केवल 1.5 लाख रुपये का मुआवजा देता है। उन्हें संसद में मुआवजे को बढ़ाने की मांग उठाने से कौन रोक रहा है।’ राजनीति में एंट्री कर परेशान कंगना रनौत?