पास के शामली जिले में पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प के बाद रेलवे पुलिस ने आज कहा कि उसने एक ट्रेन में एक धार्मिक समूह के सदस्यों पर कथित हमले के मामले में पांच लोगों को नामजद किया है और उन्हें पकड़ने के प्रयास जारी हैं ।
तबलीगी जमात के लोगों ने शुक्रवार को दिल्ली-कांधला ट्रेन में सवार कुछ युवकों द्वारा अपने पांच सदस्यों के साथ कथित मारपीट की घटना के विरोध में कल प्रदर्शन किया जो हिंसक हो गया ।
भीड़ ने पुलिस थाने का घेराव किया, पत्थर फेंके और वाहनों में आग लगा दी । इस घटना में 16 पुलिसकर्मी घायल हो गए ।
रेलवे पुलिस उपाधीक्षक प्रीतिबाला गुप्ता ने आज संवाददाताओं को बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और ट्रेन पर हमले के मामले में आरोपियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं ।
पीड़ितों में से एक फारूक अली ने रेलवे पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि पांच शरारती तत्वों ने यात्रियों के साथ मारपीट की, उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उनका सामान लूट लिया ।
हिंसा के बाद शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि हिंसक प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज किया गया जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया ।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शामली और मुजफ्फरनगर सहित आसपास के जिलों को सितंबर 2013 में सांप्रदायिक दंगों ने हिलाकर रख दिया था । इनमें 60 से अधिक लोग मारे गए थे और हजारों लोग विस्थापित हुए थे ।