इसके लिए सबसे पहले यह तय करना बहुत आवश्यक है कि अभी आपके लिए क्या अधिक महत्त्वपूर्ण है? अपने वित्त का विस्तार। अकादमिक रूप से खुद को सफल बनाना। या अपने रिश्तों की गुणवत्ता में सुधार करना।
आप अपनी प्राथमिकताओं को परिभाषित करके इसे स्पष्ट कर सकते हैं। अगर आपको अपने दफ्तर के काम या अपने साथी को समय दिए पर जाने के बीच फैसला करना है। तो यह आपकी प्राथमिकताओं पर निर्भर करेगा कि आखिरकार आप क्या करते हैं?
जीवन में बार-बार सामने आने वाले इस तरह के सवालों के जवाब के लिए आपको अपनी प्राथमिकताओं का ठीक ढंग से निर्धारण करना होगा। उदाहरण के लिए मान लीजिए आपको वर्तमान में अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार लाना है। ऐसे में वे सभी कार्य आपकी प्राथमिकता में शामिल होने चाहिए जो आपकी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने में सहायक होंगी।
इसके अलावा जो भी अन्य गतिविधियां होंगी, वे सभी प्राथमिकता क्रम में नीचे रहेंगी। मान लीजिए अवकाश के दिन आप परिवार के साथ बाहर जाना चाहते हैं तो जा सकते हैं क्योंकि आप अवकाश के दिन ऐसा कर रहे हैं और इससे आपके कार्यों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। लेकिन कार्यदिवस में आपकी प्राथमिकता में कार्य पहले आना चाहिए।