Jammu and Kashmir Search Operation: पाकिस्तान लगातार जम्मू-कश्मीर में आतंक फैलाने की कोशिश कर रहा है लेकिन सुरक्षा बलों के जवान उसे माकूल जवाब दे रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में सरहदों पर तैनात भारतीय सुरक्षा बलों के जवान पाकिस्तान से आने वाले आतंकवादियों की तमाम नापाक कोशिशों को फेल कर रहे हैं। इसके लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स की ओर से लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों को एक जगह से दूसरी जगह पर जाने पर रोकने के लिए लगातार सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं और आने वाले कुछ महीनों में कई और सर्च ऑपरेशन चलाए जाएंगे। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, सबसे अधिक 10 सर्च ऑपरेशन चिनाब घाटी क्षेत्र के किश्तवाड़, डोडा और रामबन जिलों में चल रहे हैं।
सर्च ऑपरेशन चला रहे जवान
पीर पंजाल क्षेत्र के सीमावर्ती जिलों राजौरी और पुंछ में सात जगहों पर सर्च ऑपरेशन किए जा रहे हैं। इसके अलावा, उधमपुर जिले में तीन, रियासी में दो और जम्मू जिले में भी एक जगह पर सुरक्षा बलों के जवान सर्च ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं।
बड़े पैमाने पर चल रहे इन सर्च ऑपरेशन को तब शुरू किया गया जब जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक DGP नलिन प्रभात 23 जनवरी को कठुआ, डोडा और उधमपुर जिलों के त्रि-जंक्शन पर स्थित बसंतगढ़ आए थे। DGP ने “फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस” (FOBs) में तैनात सुरक्षाकर्मियों से बातचीत करते हुए उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण की सराहना की थी। उन्होंने जवानों की हौसला-अफजाई की और कहा कि जनता की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखी जानी चाहिए।
आतंकवादियों ने 44 लोगों की कर दी थी हत्या
बताना होगा कि 2021 तक राजौरी और पुंछ जिलों में आतंकवादियों ने बड़े हमले किए थे। इसके बाद आतंकवादियों ने पिछले साल जम्मू क्षेत्र के इलाकों में आंतकी गतिविधियां बढ़ा दी थीं। आतंकवादियों ने 44 लोगों की हत्या कर दी थी, इनमें 18 सुरक्षाकर्मी भी शामिल थे। हालांकि इस अवधि के दौरान सुरक्षा बलों और पुलिस ने 13 आतंकवादियों को भी मार गिराया।
2024 में राजौरी और पुंछ जिलों में आतंकी घटनाएं कम हुई लेकिन रियासी, डोडा, किश्तवाड़, कठुआ, उधमपुर और जम्मू में बढ़ती घटनाओं को लेकर सुरक्षा एजेंसियां चिंतित हैं।
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