Section 144 CrPc in Srinagar Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर में रविवार रात से धारा 144 लागू कर दी गई है। जिसके चलते राज्य में मोबाइल सेवाएं, ब्रॉडबैंड इंटरनेट, केबल टीवी सेवाएं बंद कर दी गई हैं। इतना ही नहीं राज्य के कई बड़े नेता, जिनमें उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और सजाद लोन को नजरबंद कर दिया गया है। सरकार के आदेश के अनुसार, राज्य के सभी स्कूल-कॉलेज और सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है।

सरकारी आदेश के तहत लोगों को सार्वजनिक तौर पर किसी भी सार्वजनिक बैठक और रैली में शामिल होने पर रोक लगा दी गई है और पूरे राज्य में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है।

क्या है सीआरपीसी की धारा 144: आपराधिक प्रक्रिया संहिता (Code of Criminal Procedure) की धारा 144 किसी दंगे या आपातकाल की स्थिति में लागू की जाती है। इसके तहत 5 या इससे ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक रहेगी। बता दें कि धारा 144 जिलाधिकारी द्वारा घोषित की जाती है। धारा 144 लागू रहने के दौरान सरकारी अथॉरिटीज को इंटरनेट बंद करने की भी ताकत मिल जाती है।

कब लागू होती है धारा 144?: जब प्रशासन को कुछ लोगों द्वारा सार्वजनिक शांति के भंग होने का खतरा होता है, तो उस स्थिति में धारा 144 लागू की जाती है। इस धारा के तहत पुलिस और सुरक्षाबलों को छोड़कर सभी नागरिकों को किसी भी तरह का हथियार जैसे लाठी, नुकीली चीज या आग लगाने वाला समान साथ रखने की अनुमति नहीं होती है।

नियमों के अनुसार, किसी जगह पर धारा 144 एक बार में अधिकतम 2 माह के लिए लागू की जा सकती है। हालांकि यदि सरकार दंगा होने से रोकने और जरुरत पड़ने पर इसे लागू होने से लेकर अधिकतम 6 माह के लिए भी बढ़ा सकती है।

धारा 144 का उल्लंघन करने पर क्या मिलती है सजा?: यदि कोई व्यक्ति सीआरपीसी की धारा 144 के उल्लंघन का दोषी पाया जाता है, तो उसे अधिकतम 3 साल की जेल हो सकती है। इसके साथ ही यदि कोई व्यक्ति पुलिस या सुरक्षाबलों को उनका काम करने से रोकता है तो उसके लिए भी सजा का प्रावधान है।

धारा 144 और कर्फ्यू में क्या है अंतर?: धारा 144 और कर्फ्यू के हालात दोनों अलग-अलग चीजें हैं। दरअसल जब हालात बेहद खराब होते हैं, उस स्थिति में कर्फ्यू लगाया जाता है। कर्फ्यू के दौरान लोगों को एक निश्चित समय के दौरान घरों में बंद रहने के निर्देश दिए जाते हैं और बाजार, स्कूल और कॉलेज आदि पूरी तरह से बंद रखे जाते हैं। इसके साथ ही कर्फ्यू में ट्रैफिक पर भी पूरी तरह से रोक होती है।