सेबी ने खुलासा किया है कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्ण ने किसी योगी के प्रभाव में आकर कई बड़े फैसले लिए। जिसमें उद्योग जगत में ज्यादा नहीं जाने जाने वाले आनंद सुब्रमण्यम को समूह संचालन अधिकारी और एमडी के सलाहकार के रूप में नियुक्त करने वाला फैसला भी शामिल था।

सेबी ने शुक्रवार को एनएसई की पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्ण और रवि नारायण समेत कई लोगों को आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति से संबंधित मामले में नियमों का उल्लंघन करने के लिए दंडित भी किया है। सेबी ने चित्रा रामकृष्ण पर 3 करोड़ रुपये, एनएसई, रवि नारायण और आनंद सुब्रमण्यम पर 2 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। इसके अलावा मुख्य नियामक अधिकारी वी आर नरसिम्हन पर भी 6 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।

सेबी के आदेश में कहा गया है कि रामकृष्ण के अनुसार योगी एक आध्यात्मिक शक्ति था जो अपनी इच्छानुसार कहीं भी प्रकट हो सकता था और उसका कोई भौतिक स्वरुप नहीं था। वह आमतौर पर हिमालय के पहाड़ों में रहता था। साथ ही आदेश में यह भी कहा गया कि आनंद सुब्रमण्यम कथित रूप से उक्त योगी के सहयोगी थे, जिसने रामकृष्ण के फैसलों को प्रभावित किया और आनंद को समूह संचालन अधिकारी के साथ-साथ एमडी के सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया।

2013 में आनंद सुब्रमण्यम को एनएसई में मुख्य रणनीतिक सलाहकार के पद पर नियुक्त किया गया था और इसके लिए करीब 1.68 करोड़ की वार्षिक सैलरी देने का प्रावधान किया गया था। इसके बाद मार्च 2014 में चित्रा रामकृष्ण ने सुब्रमण्यम के वेतन में 20 प्रतिशत वृद्धि की मंजूरी दी था और उनके वेतन को बढ़ाकर 2.01 करोड़ कर दिया गया था। इसके पांच सप्ताह बाद सुब्रमण्यम के वेतन को फिर से 15 प्रतिशत बढ़ाकर 2.31 करोड़ कर दिया गया, क्योंकि रामकृष्ण ने उनके प्रदर्शन को सबसे बेहतर बताया था। 2015 तक उनकी सैलरी 5 करोड़ तक बढ़ गई थी और उन्हें चित्रा रामकृष्ण के बगल में एक केबिन दिया गया था। इसके साथ ही प्रथम श्रेणी की अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा की सुविधा भी दी गई थी। यह सब योगी के निर्देश पर किया गया था।

चित्रा रामकृष्ण अप्रैल 2013 से दिसंबर 2016 तक एनएसई की एमडी एवं सीईओ थीं। वह योगी को सिरोमणि कहती थीं। यह योगी पिछले 20 वर्षों से चित्रा का व्यक्तिगत और व्यावसायिक मामलों पर मार्गदर्शन कर रहा था। रामकृष्ण ने अज्ञात योगी के साथ एनएसई के पांच साल के अनुमानों, वित्तीय आंकड़े और  बोर्ड बैठक के एजेंडे तक को साझा किया। यहां तक कि कर्मचारियों के प्रदर्शन के मूल्यांकन को लेकर भी उनसे परामर्श लिया। सेबी ने चित्रा रामकृष्ण पर जुर्माना लगाने के साथ ही एनएसई को कोई भी नया उत्पाद पेश करने से छह महीने के लिए रोक दिया है।