किसी भी लोकतांत्रिक देश में संसद की भूमिका अहम होती है। देश की अवाम के लिए नीति और कानून संसद में ही बनते हैं। लोकतांत्रिक प्रणाली में जो भी शख्स लोकसभा का चुनाव जीतता है, वह बतौर संसद सदस्य (सांसद) लोकसभा में बैठता है। संसद के दूसरे सदन राज्यसभा में कुछ सदस्य चुनाव जीतकर तो कुछ नामांकित होकर पहुंचते हैं। विश्व के कई देशों में चुनाव कराने और राजनीति से संबंधित कई सारी प्रक्रियाएं अलग-अलग होती हैं। ठीक वैसे ही देशों की संसदों में भी बैठने के तरीके में भी भिन्नता होती है। भारतीय संसद का आकार गोलाकार है। इसके दोनों सदनों में सांसदों का सीटिंग पैटर्न अर्धगोलाकार है। आइए जानते हैं किस देश के संसद का क्या सीटिंग पैटर्न है।

वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर के संसदों में पांच तरह के सीटिंग पैटर्न होते हैं। ऑपोसिंग बेंचेस, सेमीसर्किल, हॉर्सशूज, सर्किल और क्लास रूम।

सेमीसर्किल –
भारतीय पार्लियामेंट का सीटिंग पैटर्न सेमीसर्किल है। भारतीय संसद में दो सदन हैं राज्यसभा और लोकसभा। राज्य सभा में 245 सदस्य होते हैं। वहीं, लोकसभा में 545 सदस्य हैं। दोनों ही सदनों में स्पीकर सेमीसर्किल के बीच में बैठता है। भारत के अलावा अमेरिका के पार्लियामेंट का सीटिंग पैटर्न सेमीसर्किल है। अमेरिकी संसद भवन का नाम कैपिटोल है जो वाशिंगटन डीसी में स्थिति है। अमेरिकी कांग्रेस के दोनों सदनों की बैठक इस भवन में 1789 में शुरू हो गई थी लेकिन भवन का निर्माण कार्य 1800 ई. में पूरा हुआ। दोनों अमेरिकी महादेश में यह सबसे पुरानी विधायी भवन है।

ऑपोसिंग बेंचेस –
ब्रिटिश संसद भवन का सीटिंग पैटर्न ऑपोसिंग बेंचेस है। इसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने सामने बैठते हैं। भारत की तरह यहां भी दो सदन हैं। हाउस ऑफ कामन्स एंड लॉर्ड्स दोनों की बैठकें इसी पैटर्न में होती हैं। ब्रिटिश संसद भवन का निर्माण कार्य 1840 और 1870 में पूरा हुआ था।

(photo source- Simon Kuestenmacher/twitter)

हॉर्सशूज –
ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया और दक्षिण अफ्रीका के संसद का सीटिंग पैटर्न हॉर्सशूज टाइप है। इसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसद घोड़े की नाल के आकार में बैठते हैं।

क्लास रूम –
इस तरह का सीटिंग पैटर्न रूस, चीन और नॉर्थ कोरिया का है। इस पैटर्न में स्पीकर सामने क्लास टीचर की तरह बैठता है और सांसद छात्रों की तरह एक लाइन से एक के पीछे एक बैठते हैं। चीनी संसद भवन ग्रेट हॉल ऑफ पीपुल्स, जो राजधानी बीजिंग में स्थित है, का निर्माण 1959 में हुआ था। इस बिल्डिंग में दुनिया की सबसे बड़ी संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस बैठती है जिसके 2900 सदस्य हैं।

सर्किल –
ऐसा पार्लियामेंट सीटिंग पैटर्न दुनिया में सिर्फ 9 देशों का है। उज़्बेकिस्तान, लेसोथो और स्लोवेनिया जैसे देशों के संसद का सीटिंग पैटर्न सर्कल है। इसमें स्पीकर बीच में बैठता है और उसके चारों तरफ सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसद बैठते हैं।