एनडीआरएफ ने शनिवार को कहा कि तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई और राज्य के अन्य हिस्सों में आई बाढ़ में राहत और बचाव अभियानों के लिए बल ने अब तक के अपने सबसे बड़े अभियान में 200 नौकाओं के साथ 50 राहत और बचाव दलों को लगाया है।
इस अभियान के तहत 16,000 से ज्यादा लोगों को अब तक बचाया जा चुका है। एनडीआरएफ के महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि 20 नए दलों को राहत और बचाव कार्य में लगाया गया है इसके साथ ही 50 दलों के करीब 1,600 जवान चेन्नई और अन्य हिस्सों में चलाए जा रहे अभियानों में काम कर रहे हैं।
महानिदेशक शुक्रवार से ही खुद यहां बने हुए हैं। संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति में यह अब तक का सबसे व्यापक अभियान है। अब हम लोगों के करीब 1,600 जवान और 21 अधिकारी लगभग 200 नौकाओं के साथ काम में लगे हुए हैं। हम लोगों ने अब तक 16,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
उन्होंने एनडीआरएफ और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोट्टुपुरम इलाके में बल की ओर से चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा की। महानिदेशक ने कहा कि एनडीआरएफ रोजाना अपने अभियान को और व्यापक बना रहा है और अब उनका लक्ष्य फंसे हुए अधिकाधिक लोगों तक खाना और पीने का पानी पहुंचाना है। उन्होंने बताया कि फोन, व्हाट्सऐप्प, ट्विटर या ईमेल जैसे उनके सारे हेल्पलाइन नंबर काम कर रहे हैं और मुश्किल में फंसे लोगों को इसके जरिए मदद मिल रही है।
मौसम विभाग ने और बारिश की संभावना जताई है। ऐसे में उन्होंने कहा कि उनके दल ज्यादा से ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं ताकि फिर बारिश शुरू होने से पहले लोगों को राहत सामग्री मुहैया कराई जा सके। इस बीच दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि की अध्यक्षता में विभिन्न एजंसियों की ओर से चलाए रहे अभियानों की समीक्षा के लिए आपदा प्रबंधन समूह की बैठक हुई।
अधिकारियों ने बताया कि महर्षि ने प्रभावित लोगों को राहत मुहैया कराने के लिए प्रयास तेज करने का आदेश दिया है। एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि बल ने बाढ़ से पीड़ित इलाकों में खाने के 19,465 पैकेट और पानी के 16,002 पैकेट वितरित किए हैं।