SC-ST Reservation: सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में एससी एसटी रिजर्वेशन मामले में सब- कास्ट या क्रीमी लेयर वाले फॉर्मूले को अपनाने का फैसला दिया था। इसको लेकर काफी बवाल मचा था। वहीं अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बड़ा बयान दिया है। कांग्रेस नेता ने इस फैसले का विरोध किया और कहा कि सरकार को यह निर्णय आते ही संसद के जरिए इसे निरस्त कर देना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया क्योंकि बीजेपी भी आरक्षण को खत्म ही करना चाहती है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह भी कहा कि किसी को क्रीमी लेयर के फैसले को मान्यता नहीं देनी चाहिए, जब तक छुआछूत है, तब तक आरक्षण रहना ही चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पिछले दिनों उच्चतम न्यायालय के 7 न्यायाधीशों ने एक फैसला दिया है, जिसमें उन्होंने एससी-एसटी वर्ग के लोगों के उपवर्गीकरण के साथ क्रीमी लेयर की भी बात की है। भारत में दलित समुदाय के लोगों के लिए आरक्षण बाबा साहेब के पूना पैक्ट के माध्यम से मिला था। बाद में पंडित नेहरू और महात्मक गांधी की ओऱ से आरक्षम नीति को जारी रखा गया।
‘क्रीमी लेयर की बात है दलितों पर प्रहार‘
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राजनीतिक आरक्षण के साथ ही शिक्षा और रोजगार में आरक्षण का मुद्दा जरूरी था, लेकिन अब एससी-एसटी के लोगों की क्रीमी लेयर का कहर आरक्षण से बाहर निकालना उनके ऊपर एक बड़ा प्रहार है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि बीजेपी का इरादा आरक्षण खत्म करने का है।
उन्होंने कहा कि आज सार्वजनिक क्षेत्र में उपक्रमों को निजी हाथों में भेजा जा रहा है, जिससे नौकरियों में आरक्षण के अवसर खत्म हो। एक तरफ देश में लाखों सरकारी नौकरियां हैं, जिनमें भर्तियां नहीं की जा रही है, तो दूसरी ओर आप क्रीमी लेयर लाकर दलित समाज को कुचल रहे हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे बोले – हम आरक्षण के लिए लड़ते रहेंगे
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मैं इसका सख्त विरोध करता हूं। उन्होंने कहा कि जब तक इस देश में छुआछूत है, तब तक आरक्षम रहना ही चाहिए और रहेगा। उसके लिए हम लड़ते ही रहेंगे। खड़गे ने कहा कि फैसले के अन्य विषयों की बारीकी के ऊपर निर्णय करने के लिए हम अलग अलग लोगों बुद्धजीवी, विशेषज्ञ, एनजीओ के साथ बातचीत कर रहे हैं।