कृषि राज्यमंत्री संजीव कुमार बालयान के दफ्तर की ओर से मंगलवार को कुछ निवेश करने वाली कंपनियों कों ईमेल भेजे गए। इन मेल्स में कंपनियों से मीटिंग के लिए अप्वाइंटमेंट मांगा गया। इसका मीटिंग का मकसद मंत्री की कथित भतीजी मोनिका बालयान की ओर से एक स्टार्टअप कंपनी का ऐप लॉन्च करने के लिए फंडिंग के मुद्दे पर चर्चा करना था।
ईमेल बालयान के ऑफिस की ओर से उनके ऑफिशियल अकाउंट से सुमित अरोरा ने भेजा है। इस बारे में पूछे जाने पर अरोरा ने कहा कि उन्हें मेल भेजने का निर्देश मिला था। अरोरा ने कहा, ”मुझे लगता है कि यहां कम्यूनिकेशन गैप का मामला है। मुझे यह मेल नहीं भेजना चाहिए था। यह एक गलती है। ” वहीं, बालयान ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि बहुत सारे लोग किसी न किसी काम से उनके घर आते हैं। बालयान ने कहा, ”मैं मोनिका बालयान और उनके पिता को अच्छी तरह से जानता हूं। हालांकि, वो मेरी भतीजी नहीं हैं। उनसे मेरा कोई संबंध नहीं है। ” बालयान ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने आॅफिस को ऐसा लेटर भेजने का कोई निर्देश नहीं दिया था और उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता है। मंत्री ने कहा, ”मैंने सुमित से बात की। उसने बताया कि मोनिका बालयान ने दावा किया कि वे मेरी भतीजी है और निवेदन किया कि उसके ऐप के लिए फंड जुटाने में मदद करने के लिए ऐसा लेटर भेजा जाए। उसने मेरी जानकारी के यह मेल भेज दिया। यह एक गलती है। अगर मुझे किसी की मदद करनी होगी तो मैं कॉल करके निवेदन करूंगा। मुझे इस बात का एहसास है कि ऐसी चीजें गलत हैं। मैंने सुमित से कहा है कि वह कल सभी कंपनियों को मेल करके पिछले मेल को नजरअंदाज करने के लिए कहें। ”