सुप्रीम कोर्ट ने आम आदमी पार्टी के राज्ससभा सांसद संजय सिंह को जमानत दे दी है। संजय सिंह अब जल्द ही जेल से बाहर होंगे। संजय सिंह को जमानत दिए जाने पर आम आदमी पार्टी ने खुशी जताई है तो वहीं बीजेपी ने कहा है कि यह जमानत तब दी गई है जब ईडी ने संजय सिंह की जमानत का विरोध नहीं किया।

आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि भगवान हमारे साथ हैं। बजरंग बली हमारी साथ हैं। सत्य की जीत हुई है। हम शुरू से कह रहे हैं कि यह पूरा केस ही फेक है और इसकी पूरी स्क्रिप्ट बीजेपी दफ्तर में लिखी गई है। उन्होंने कहा कि 500 छापों के बाद भी एक फूटी कौड़ी बरामद नहीं हो सकती है। आज सुप्रीम कोर्ट ने भी कह दिया कि जब पैसे का कोई सुराग नहीं मिला तो उन्हें हिरासत में रखने का क्या मतलब है।

बीजेपी ने क्या कहा?

भारतीय जनता पार्टी के नेता और प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने बताया कि जब ईडी द्वारा संजय सिंह की जमानत का विरोध नहीं किया गया, तब उन्हें बेल दी गई। आज से आम आदमी पार्टी यह क्लेम नहीं कर सकती कि ईडी या CBI किसी भी तरह की बदले की राजनीति में लिप्त है।

सौरभ भारद्वाज बोले- आज लोकतंत्र के लिए बड़ा दिन

सौरभ भारद्वाज ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आज का दिन भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में मील का पत्थर माना जाएगा। सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच ने संजय सिंह को जमानत दे दी है। उन्होंने पूछा कि इसमें मनी ट्रेल कहा था?

उन्होंने कहा, “…सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह कैसे स्वीकार किया जा सकता है कि एक व्यक्ति ने 11 बयान दिए, आपने उसके 10 बयान नहीं माने और 1 बयान स्वीकार कर लिया जो संजय सिंह के खिलाफ था और उसे जेल में डाल दिया। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी पूछा कि क्या कोई पैसा है बरामद किया गया या कुर्क किया गया। ईडी के पास इसका कोई जवाब नहीं है…आज लोकतंत्र के लिए बड़ा दिन है।

आतिशी ने बीजेपी पर बोला जबरदस्त हमला

दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा कि हमने पिछले दो सालों में देखा कि कैसे आम आदमी पार्टी के नेताओं को झूठे केसों में फंसाया गया। उन्होंने कहा, “संजय सिंह की जमानत याचिका पर आज अदालती कार्यवाही के दौरान दो अहम बातें सामने आईं। सबसे पहले, जब सुप्रीम कोर्ट ने ईडी से मनी ट्रेल का पता पूछा, तो ईडी के पास कोई जवाब नहीं था… दूसरा, ईडी के पास इस तथाकथित उत्पाद शुल्क नीति घोटाले का पूरा मामला अप्रूवर्स द्वारा दिए गए बयानों पर आधारित है। इन अप्रूवर्स द्वारा दिए गए पहले कुछ बयानों पर विचार नहीं किया गया क्योंकि उन्होंने AAP नेताओं का नाम नहीं लिया था। जब तक उन्होंने हमारी पार्टी के नेताओं का नाम नहीं लिया तब तक उन पर दबाव डाला गया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।”