अगर आप भी अमरनाथ यात्रा पर जा रहे हैं तो अपनी सेहत का खास ख्याल रखिए। यात्रा 1 जुलाई से शुरू हो रही है।  यात्रा एक सुखद अहसास के साथ पूरी हो इसके लिए श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने भी पूरा इंतेजाम कर लिया है। इस बार खाने की व्यवस्था को लेकर खास नियम बनाए गए हैं। आप इस बार यात्रा के दौरान कोल्ड ड्रिंक, कुरकुरे स्नैक्स, डीप फ्राइड और फास्ट फूड आइटम, जलेबी और हलवा, मिठाइयाँ, पूरियाँ और छोले भटूरे नहीं खा सकेंगे। श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड द्वारा खाने के उन आइटम्स की लिस्ट पर प्रतिबंध लगा दिया है जो यात्रा के दौरान  तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं।

बोर्ड ने एक भोजन लिस्ट तैयार की है जो तीर्थयात्रियों और भोजन परोसने और बेचने के लिए आने वाले लंगर संगठनों, भोजन स्टालों, दुकानों पर लागू होगी।  

क्यों किया जा रहा है ऐसा? 

न्यूज़ 18 की एक खबर के मुताबिक अमरनाथ यात्रा के दौरान 2022 में प्राकृतिक कारणों से करीब 42 तीर्थयात्रियों की मौत हुई थी। इसीलिए यात्रियों के स्वास्थ्य को लेकर सरकार काफी गंभीर दिखाई दे रही है। सरकार ने स्वास्थ्य प्रमाण पत्र को भी जरूरी इसीलिए किया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि यह यात्रा काफी कठिन और ऊंचाई की ओर होती है। ऐसे में जरूरी है कि यात्रियों की सेहत दुरुस्त रहे।

बोर्ड द्वारा जारी मेन्यू के साथ क्या हिदायतें हैं 

यात्रा के दौरान जिन चीजों के सेवन को लेकर खास तौर पर मनाही है उसमें मांसाहारी भोजन, शराब, तंबाकू, गुटखा, पान मसाला, धूम्रपान और अन्य नशीले पदार्थों को प्रमुखता से शामिल किया गया है। रास्ते  में हर्बल चाय, कॉफी, कम वसा वाले दूध, फलों के रस, नींबू स्क्वैश और सब्जियों के सूप जैसे की अनुमति दी जा रही है। 

यात्रा में तले हुए चावल वर्जित हैं लेकिन सामान्य चावल के साथ-साथ हल्का भोजन जैसे भुना हुआ चना, पोहा, उत्तपम, इडली के साथ-साथ दाल-रोटी और चॉकलेट, खीर, जई, सूखे मेवे, शहद और उबली हुई मिठाई का सेवन किया जा सकता है। लेकिन छोला-भटूरा, पूड़ी, पिज्जा और बर्गर, डोसा और चाउमीन जैसे भारी खाद्य पदार्थों के साथ-साथ अन्य तले हुए खाद्य पदार्थों को अमरनाथ पवित्र गुफा के रास्ते में ले जाने की अनुमति नहीं है।