मंदिर-मस्जिद विवाद के बीच कलीमुल हफीज ने कहा कि सरकार ने खेलो इंडिया शुरू किया उसी की तर्ज पर खोदो इंडिया शुरू किया। बीजेपी देश में गरीबों खासतौर पर अल्पसंख्यकों को टारगेट करना चाहते हैं। संघ परिवार अंग्रेजों के करीब रहा है। वो उसी तर्ज पर देश को बांट रहा है।
इंडिया टीवी संवाद में कलीमुल हफीज ने संबित पात्रा की उस बात का जवाब दिया जिसमें उनका दावा था कि मोदी सरकार ने देश के समग्र विकास के लिए काम किया। उज्जवला समेत खेलो इंडिया जैसी तमाम स्कीमों का जिक्र कर संबित ने कहा कि सरकार चाहती है कि देश को नए सिरे से बनाया जाए।
संबित ने कहा कि जो गलतियां कांग्रेस शासन के दौरान 70 सालों में हो गईं उनसे निजात पाकर देश को आगे ले जाना बहुत जरूरी है। पीएम मोदी ने सबका साथ सबका विकास के नारे को सार्थक करते हुए हर वर्ग के विकास के लिए काम किया है। गरीबों का पेट भरने का काम उनकी ही सरकार कर रही है। बीते 8 साल सरकार हर मोर्चे पर सक्रिय रही।
कलीमुल हफीज ने संबित के दावों को खारिज करते हुए महंगाई का जिक्र किया। उनका कहना था कि जब ये सरकार में आए तो गैस सिलेंडर 400 का था। आज के रेट देखकर साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार किस तरह का काम कर रही है। उनका कहना था कि सरकार खेलो इंडिया की तर्ज पर खोदो इंडिया का काम कर रही है। शिक्षाविद, लेखक होने के साथ कलीमुल हफीज एक सफल बिजनेसमैन भी हैं। उनकी किताब ए ड्रीम स्टिल कम ट्रू हाल के दिनों में चर्चा का विषय बनी है। पेशे से इंजीनियर कलीमुल हफीज मुस्लिम चिंतक भी हैं।
उनका कहना था कि हर जगह धार्मिक विभेद की बात चल रही है। जहां देखो वहां केवल एक बात कि यहां पर मंदिर था। ये सरकार कौन से एजेंडे पर चल रही है ये सबको पता है। उनका कहना था कि देश में एक अजीबोगरीब माहौल बन गया है। कहीं भी रोजगार और विकास की बात नहीं हो रही। सरकार के इशारे पर कुछ नेता कहीं पर हनुमान जी को आगे करके राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं तो कहीं पर बेवजह मस्जिदों का सर्वे कराकर सनसनी फैलाने की कोशिश की जा रही है।