संभल जामा मस्जिद से जुड़ा मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। मस्जिद कमेटी ने गुरुवार 28 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर मस्जिद के सर्वेक्षण के लिए निचली अदालत के आदेश को चुनौती दी है। इस मामले की सुनवाई कल मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति संजय कुमार की पीठ द्वारा की जाएगी। पिछले हफ़्ते संभल के सिविल जज (सीनियर डिवीजन) ने मस्जिद का एडवोकेट कमिश्नर से सर्वेक्षण कराने का एकपक्षीय आदेश पारित किया था।

याचिका में दावा किया गया था कि चंदौसी में शाही जामा मस्जिद का निर्माण मुगल बादशाह बाबर ने 1526 में वहां मौजूद एक मंदिर को तोड़कर करवाया था।

मस्जिद कमेटी ने क्या कहा है?

  • 1. याचिका में मस्जिद कमेटी ने कहा है कि सर्वे में की गई जल्दबाजी ने इलाके के निवासियों के मन में आशंकाओं को जन्म दिया, जिससे वे अपने घरों से बाहर निकल आए।
  • 2. याचिका में यह तर्क दिया गया है कि ट्रायल कोर्ट ने मस्जिद पक्ष को सुने बिना एकतरफा आदेश पारित करके गलती की है।
  • 3. मस्जिद एएसआई द्वारा संरक्षित एक प्राचीन स्मारक है।
  • 4. असाधारण परिस्थितियों के कारण कमेटी को सीधे सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा है।
  • 5. मस्जिद कमेटी ने कहा कि सर्वेक्षण के लिए बड़े पैमाने पर आदेश देना एक पैटर्न के रूप में उभर रहा है।
  • 6. निर्देश दिया जाए कि प्रतिवादियों की सुनवाई किए बिना ऐसे कोई आदेश नियमित रूप से पारित नहीं किए जाने चाहिए।
  • 7. याचिका में कहा गया है कि नियमित रूप से ऐसे आदेश पारित करने से सांप्रदायिक भावनाएं भड़केंगी, कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा होगी और देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को नुकसान पहुंचेगा।

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संभल में कैसे हैं हालात?

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में रविवार (24 नवंबर) की सुबह पथराव और वाहनों में आगजनी के बाद पैदा हुआ तनाव अब थमने लगा है। बाज़ार खुलने लगे हैं और आम लोग बाहर निकलने लगे हैं। इस हिंसा में 4 लोगों की मौत हुई है। यह सब तब हुआ जब दूसरी मर्तबा शाही जामा मस्जिद का सर्वे करने के लिए कोर्ट के आदेश के बाद एक टीम चंदौसी पहुंची थी। एक स्थानीय अदालत ने सर्वे का आदेश दिया था। पुलिस लगातार हालात पर नज़र बनाए हुए है।