समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इन दिनों अकेले टेनिस खेलते नजर आ रहे हैं। 2017 का विधानसभा चुनाव हारने के बाद उन्होंने जब से सीएम आवास खाली किया है, तब से वो अपने नए घर में टेनिस खेलते नजर आ रहे हैं। पिछले दो वर्षों में सपा नेता ने इस खेल में पर्याप्त आत्मविश्वास हासिल कर लिया है। संभवत: इसी वजह से वो नियमित रूप से विरोधियों को हराने के लिए न्यौता भेजते हैं। फिर उनके साथ खेलकर अपना आत्मविश्वास और दोगुना करते हैं।

इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित ‘डेल्ही कॉन्फिडेंशियल’ के मुताबिक, संभवत: अखिलेश यादव 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में भी अकेले उतरेंगे। 2017 के विधान सभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठजोड़ हुआ था। करीब ढाई दशक बाद ऐसा मौका आया था जब सपा और बसपा का गठजोड़ हुआ था। विपक्षियों ने इसे बुआ-बबुआ का गठजोड़ कहा था लेकिन यह गठबंधन लोकसभा चुनावों में ज्यादा करिश्मा नहीं दिखा सका। खासकर समाजवादी पार्टी को बहुत ज्यादा फायदा नहीं हुआ।

अब माना जा रहा है कि अखिलेश यादव आगामी विधान सभा चुनाव में अपने दम खम पर राज्य की सभी विधान सभा सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे। कहा जा रहा है कि गठबंधन की राजनीति से अखिलेश यादव को खट्टे अनुभव हासिल हुए हैं। लिहाजा, अब वो अकेले ही मैदान में उतरेंगे। ये अलग बात है कि उनके पिता और पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव पहले से ही अखिलेश को मैदान में अकेला उतरने को कहते रहे हैं।