Samajwadi Party Sambhal Violence: संभल हिंसा को लेकर समाजवादी पार्टी ने शनिवार को बड़ा ऐलान किया है। पार्टी ने कहा है कि वह इस हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार को पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता देगी। संभल में हिंसा को लेकर भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच बयानबाजी का दौर तेज है।

बताना होगा कि संभल हिंसा में चार लोगों की मौत हुई थी। मरने वालों के नाम नईम गाजी, बिलाल अंसारी, अयान अब्बासी और कैफ अल्वी हैं।

सपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस बात का ऐलान किया है। पार्टी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपए का मुआवजा दे।

सरकार और प्रशासन ने कराया झगड़ा: अखिलेश

पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि संभल में पूरा झगड़ा सरकार और प्रशासन ने कराया था और यहां सरकार और प्रशासन ने मिलकर अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार संविधान से नहीं चलना चाहती है और यह अपने मन से चल रही है।

Sambhal Violence: संभल जामा मस्जिद मामले में आखिर कानूनी स्थिति क्या है, अदालत ने क्यों दिया था सर्वे का आदेश? इसे बारीकी से समझिए

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क्या मुगल शासक बाबर ने तोड़ा था मंदिर? (Express photo by Gajendra Yadav)

अखिलेश यादव ने कहा कि संभल की शाही जामा मस्जिद में दोबारा सर्वे क्यों कराया गया? उन्होंने कहा कि संभल में शांति होनी चाहिए और बीजेपी कभी शांति को पसंद नहीं करती।

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इसके जवाब में डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। उन्होंने कहा कि संभल की घटना समाजवादी पार्टी के संरक्षित अपराधियों की देन है। जो संभल के अपराधी हैं, वो सब समाजवादी हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।

सपा नेताओं को संभल पहुंचने से रोका

इससे पहले शनिवार को दिन भर समाजवादी पार्टी के नेताओं को संभल पहुंचने से रोकने को लेकर भाजपा और सपा आमने-सामने रहे। सपा ने कहा था कि उसकी ओर से नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल संभल जाएगा लेकिन सपा के किसी भी नेता को वहां नहीं पहुंचने दिया गया।

संभल हिंसा को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है। जानिए याचिका में क्या कहा गया है, पढ़िए खबर में।