काला हिरण शिकार मामले में बॉलीवुड एक्ट्रेस तब्बू और सोनाली बेंद्रे पर भी आरोप था। गुरुवार (पांच अप्रैल) को जोधपुर की सीजेएम कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया। दोनों ही एक्ट्रेस एक खास वजह से इस मामले में बची हैं। सुनवाई के दौरान एक प्रमुख गवाह उन्हें पहचानने में नाकाम रहा, जिसके चलते वे बरी हुईं। दोनों ही एक्ट्रेस के बचने के पीछे मुख्य कारण सफेद सूट को माना जा रहा है। गवाह ने इसी के साथ सैफ अली खान की पहचान की। लेकिन वह यह साबित नहीं कर सका कि सैफ ने गोली गोली चलाई थी या सलमान को वैसा करने के लिए उकसाया था।

बता दें कि गुरुवार को 1998 के काला हिरण शिकार मामले में फैसला आया। जोधपुर की सीजेएम कोर्ट ने सलमान को दोषी करार देते हुए पांच साल की सजा सुनाई। कोर्ट ने इसी के साथ सुपरस्टार पर 10 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया। वहीं, अन्य आरोपियों में शामिल सैफ, तब्बू, सोनाली और नीलम को बरी कर दिया गया।

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पूनमचंद बिश्नोई ने इस मामले में सलमान समेत पांच बॉलीवुड कलाकारों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। मामले की सुनवाई के वक्त कोर्ट में तब्बू और सोनाली को भी पेश किया गया, जहां पर पूनमचंद इन दोनों को पहचान नहीं सका। जज ने इस पर पूनमचंद से पूछा कि एफआईआर में नाम का जिक्र किए जाने के बाद वह दोनों एक्ट्रेसेस को क्यों नहीं पहचान पाया?

जोधपुर एयरपोर्ट से गुरुवार को सीजेएम कोर्ट के लिए रवाना होतीं तब्बू और सोनाली बेंद्रे। (फोटोः पीटीआई)

गवाह पूनमचंद ने इस पर कहा कि तब सलमान के साथ में जो महिलाएं थीं, वे सफेद रंग का सलवार-सूट पहनी हुई थीं। हालांकि, सैफ को उसने पहचान लिया। दावा किया कि वह उस वक्त जीप में आगे बैठे थे। मगर गवाह साबित नहीं कर पाया कि सैफ ने गोली चलाई थी या फिर सलमान को उन्होंने दो काले हिरणों का शिकार करने के लिए उकसाया था।

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पूनमचंद के मुताबिक, घटना के दौरान वह अपनी मोटरसाइकिल पर सवार था। तकरीबन 100 मीटर की दूरी से उसे नजर आया था कि सलमान ने गोली चलाई थी। सलमान के वकील ने इसी पर सवाल दागा। पूछा, “क्या रात के अंधेरे में मोटरसाइकिल की रोशनी से 100 मीटर दूरी के दृश्य देखे जा सकते हैं?”

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गवाह ने इस पर कहा, “घटना की रात अच्छी-खासी चांद की रोशनी थी, लिहाजा उसकी बात मानी जाए।” जवाब में बचाव पक्ष ने कहा कि उस रात डेढ़ बजे चंद्रमा अस्त हो गया था, जबकि वाकया देर रात दो बजे का था।