ज्ञानवापी मस्जिद विवाद बढ़ता ही जा रहा है और अब धार्मिक संगठनों के नेताओं के बयान सामने आने लगे हैं। विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची ने बयान देते हुए मुस्लिम पक्ष के लोगों पर निशाना साधा है। साध्वी प्राची ने कहा है कि जो लोग बेगम, बहन और बकरे में फर्क नहीं समझते हैं, वह लोग हमें शिवलिंग और फव्वारे में फर्क समझा रहे हैं। बता दें कि मौलाना तौकीर रजा ने कहा था कि हिंदू पक्ष के लोग फव्वारे और शिवलिंग में फर्क नहीं समझ पा रहे हैं।
हरिद्वार से साध्वी प्राची ने बयान जारी कर कहा, “आज मुझे बड़ा आश्चर्य हो रहा है कि जो लोग बहन, बकरे और बेगम में अंतर ना समझ पाए ,वह लोग हमें शिवलिंग और फव्वारे में अंतर समझा रहे हैं। अभी हमारे श्री कृष्ण जी की जन्म भूमि भी तो बाकी है, ताजमहल तो बाद की बात है। जो लोग कहते थे कि हम केवल खुदा से डरते थे, अब खुदा से क्यों डर रहे हैं? इसका मतलब है चोर की दाढ़ी में तिनका।”
साध्वी प्राची ने आगे कहा, “जिधर हमारे नंदी भगवान विराजमान है, उधर ही हम बाबा विश्वनाथ का भव्य मंदिर बनाएंगे। मैं कहना चाहती हूं कि ओवैसी अपनी औकात में रहे। अपने पूर्वज, चोर लुटेरों की मस्जिद बनाना चाहते हैं तो सऊदी अरब में जाकर बनाएं। हिंदुस्तान में लुटेरों की कोई मस्जिद नहीं बनेगी। हमारे 30,000 मंदिर है, उसे सम्मान से लौटा दो इसी में तुम्हारा भला है।”
कुछ दिन पहले मौलाना तौकीर रजा ने पीएम मोदी को धृतराष्ट्र कहा था और बाबरी मस्जिद के फैसले को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा था। तौकीर रजा ने कहा था, “बाबरी मस्जिद का फैसला किसी भी नौसिखिए वकील को दे दो, तुरंत बोल देगा कि यह गलत है। लोग फाउंटेन और शिवलिंग में फर्क नहीं कर पा रहे हैं और यह लोग हिंदू धर्म को बदनाम कर रहे हैं। झूठी बात पर वहां पर पाबंदी लगाई गई है और वजू खाने को सील किया गया है। इससे बड़ा अन्याय और क्या हो सकता है?”
वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत कुलपति तिवारी ने कहा है कि वह कोर्ट जाएंगे और कोर्ट से मांग करेंगे कि उन्हें बाबा को रखने का अधिकार मिले और वहां शिवलिंग की पूजा करने का अधिकार मिले।