केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के बयान को शर्मनाक बताया है। जयशंकर ने कहा है कि एक ऐसे मुख्यमंत्री द्वारा जिसने डोकलाम और गलवान में चीन की जबरदस्त आक्रामकता के खिलाफ कभी मुंह नहीं खोला और इजरायल जैसे एक ऐसे मित्र के साथ हमारे राजनयिक संबंध रद्द करने की मांग करना बहुत ही शर्मनाक है।

दरअसल पिनाराई विजयन ने इजरायल के वित्त मंत्री बेजलेल स्मोट्रिच की भारत में मेजबानी करने के फैसले को लेकर केंद्र सरकार की कड़ी निंदा की थी। जिसके बाद जयशंकर ने प्रतिक्रिया दी है।

फिलिस्तीन के लिए न्यायपूर्ण और स्थायी शांति का मार्ग अभी भी अधूरा-विजयन

विजयन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट करके कहा था, ‘केंद्र सरकार द्वारा इजरायली वित्त मंत्री बेजलेल स्मोट्रिच की मेजबानी करने के फैसले की कड़ी निंदा करता हूँ। जो एक अति-दक्षिणपंथी कट्टरपंथी और इजरायल के क्रूर कब्जे और विस्तारवादी एजेंडे का मुख्य सूत्रधार है। ऐसे समय में जब गाजा में नरसंहार हो रहा है। नेतन्याहू शासन के प्रतिनिधियों के साथ समझौते करना फिलिस्तीन के साथ भारत की ऐतिहासिक एकजुटता के साथ विश्वासघात से कम नहीं है। फिलिस्तीन के लिए न्यायपूर्ण और स्थायी शांति का मार्ग अभी भी अधूरा है, ऐसे में इजरायल के साथ सैन्य, सुरक्षा और आर्थिक संबंध बनाए रखना निंदनीय है।’

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विजयन की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री ने लिखा, ‘इजरायल हर अच्छे-बुरे समय में भारत के साथ मजबूती से खड़ा रहा है। ऐसे में एक मुख्यमंत्री द्वारा एक ऐसे मित्र के साथ हमारे राजनयिक संबंध रद्द करने की मांग करना जिसका भारत से कोई लेना-देना नहीं है। जिसने डोकलाम और गलवान में चीन की जबरदस्त आक्रामकता के खिलाफ कभी मुंह नहीं खोला वो एक ऐसे विवाद के आधार पर, जिसका भारत से कोई लेना-देना नहीं है। यह बयान बेहद ही शर्मनाक है।’