राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय गऊ सेवा प्रमुख शंकर लाल अपने फ़ोन के पीछे गाय का गोबर लगाकर रखते हैं। आगरा और मथुरा के दौरे पर आए 76 वर्षीय लाल से इंडियन एक्सप्रेस ने बातचीत की। पढ़िए चुनिंदा अंश:

आपने अपने फ़ोन पर गोबर क्यों लगा रखा है?

ये गाय का ताजा गोबर है। इसे मैंने खुद को फ़ोन के हानिकारक रेडिएशन से बचाने के लिए लगा रखा है। मेरी बात मानिए, ये असरदार है।

क्या जिस तरह लोग फ़ोन का कवर बदलते हैं उस तरह आप गाय का ताजा गोबर बदलते हैं?

गाय हमारी माता है। इसका गोबर और मूत्र अमृत के समान है और इसमें मनुष्य को सभी बीमारियों से बचाने की क्षमता है। अगर गाय के गोबर से कैंसर ठीक हो सकता है तो ये हमें फोन के माइक्रोवेव से क्यों नहीं बचा सकता? क्या आपने नहीं सुना कि गुजरात के जूनागढ़ के वैज्ञानिकों को गोमूत्र में सोना(सोने के अवशेष मिले हैं) मिला है? मैं हर हफ्ते ताजा गोबर लगाता हूं.

क्या गऊ सेवा के दूसरे लोग भी ऐसा करते हैं?

आप लोग अपना फोन दिखाइए (बगल में बैठे हुए चार लोगों से फोन दिखाने को कहते हैं. सभी के फोन के पीछे गाय का गोबर लगा हुआ है।) मेरी टीम के सभी लोगों चाहे वो पुरुष हों, महिला हों या बच्चे, सभी अपने फोन पर गोबर लगाते हैं। वो क्यों न लगाएं? उन्हें इसका जादुई फायदा पता है।

क्या आप यये साबित कर सकते हैं कि गोबर से “हानिकारक फोन तरंगों” को रोका जा सकता है?

आप ये पेंडुलम देख रही हैं. देखिए, जब मैं इसे इस आरएसएस कार्यकर्ता के हाथ पर रखता हूं तो ये हिलना शुरू कर देता है (वो पेंडुलम को हल्का सा हिलाते हैं)। देखा, इस आदमी के शरीर में काफी ऊर्जा है, इसलिए ये पेंडुलम हिल रहा है। जब ये आदमी अपने हाथ में फोन ले लेगा तो पेंडुलम हिलना बंद हो जाएगा क्योंकि फोन की हानिकारक तरंगों शरीर की ऊर्जा सोख लेती हैं। अब इसके हाथ में गोबर लगा फोन दीजिए और फिर से उसके हाथ के ऊपर पेंडुलम ले जाइए। देखा, ये फिर से हिलने लगा…इसकी ऊर्जा बच गई!

गाय के गोबर से आप और क्या कर सकते हैं?

मैं गोमूत्र और गोबर के अंश का सेवन करता हूं जिससे 76 साल की उम्र में भी मैं स्वस्थ हूँ. हम गर्भवती महिलाओं को गोबर और गोमूत्र पेस्ट खिलाते हैं ताकि वो सामान्य रूप से बच्चे को जन्म दे सकें। हम सभी घातक बीमारियों का गोबर से इलाज करते हैं। लेकिन ये गोबर देसी गाय का होना चाहिए. जर्सी या होल्स्टीन जैसी विदेश नस्ल का नहीं। विदेशी गायों का गोबर और मूत्र केवल जहर होता है।

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