मध्य रेलवे के मुंबई डिवीजन में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के 27 महीने पुराने ‘शक्ति’ दलों ने 47,000 से अधिक आपराधिक मामलों का पता लगाकर अपराध को रोकने में अहम भूमिका निभाई है।
आंकड़ों के अनुसार सितंबर 2013 में अपने गठन के बाद से इस वर्ष तक कुल 22 ‘शक्ति’ दलों ने मध्य रेलवे के मुंबई डिवीजन में ट्रेनों और रेलवे परिसरों में अपराध के 47,451 मामलों का पता लगाया। इसमें 3,786 मामले बिना टिकट या गलत टिकट पर यात्रा करने, ट्रेनों में उपद्रव करने, रेल परिसर को नुकसान पहुंचाने आदि के हैं जबकि 43,665 मामले टिकट चेकिंग से संबंधित हैं।
दलों ने मध्य रेलवे के कमर्शियल स्टॉफ को 1.26 करोड़ रुपए जुर्माना वसूल करने में भी मदद की और इसके साथ ही लेडीज कोच से 43,259 भिखारियों और बच्चों को हटाने में भी मदद की । प्रत्येक शक्ति दल में पुरुष और महिला कर्मचारियों की समान संख्या के साथ कम से कम चार कांस्टेबल शामिल होते हैं जिनका नेतृत्व एक महिला सब-इंस्पेक्टर करती है। ये दल लेडीज कोच, प्लेटफॉर्म और संवेदनशील स्थानों पर 24 घंटे निगरानी करते हैं।