2019 लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही महीनों का वक्त बचा है। ऐसे में कई पुराने गठबंधन जहां टूटते नजर आ रहे हैं, वहीं कई नए समीकरण बनते दिखाई दे रहे हैं। रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने पटना में एक ऐसा बयान दिया है, जिसके कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। दरअसल उपेन्द्र कुशवाहा ने शनिवार को पटना में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि “यदुवंशियों का दूध और कुशवंशियों का चावल मिल जाए तो खीर बन सकती है, लेकिन खीर के लिए छोटी जाति और दबे-कुचले समाज का पंचमेवा भी चाहिए। तब जो खीर जैसा स्वादिष्ट व्यंजन बन सकता है। यही सामाजिक न्याय की परिभाषा है।” अब राजद नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर उपेन्द्र कुशवाहा की बात का जवाब देते हुए कहा कि “निःसंदेह उपेन्द्र जी, स्वादिष्ट और पौष्टिक खीर श्रमशील लोगों की जरुरत है। पंचमेवा के स्वास्थ्यवर्धक गुण ना केवल शरीर बल्कि स्वस्थ समतामूलक समाज के निर्माण में भी ऊर्जा देते हैं। प्रेमभाव से बनायी गई खीर में पौष्टिकता, स्वाद और ऊर्जा की भरपूर मात्रा होती है। यह एक अच्छा व्यंजन है।”
माना जा रहा है कि उपेन्द्र कुशवाहा ने इशारों-इशारों में राजद के साथ गठबंधन करने की ओर इशारा किया है। जिस पर तेजस्वी यादव के जवाब को भी सकारात्मक माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री और रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा कई बार मोदी सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। जब से एनडीए में जदयू की वापसी हुई है, तब से उपेन्द्र कुशवाहा की नाराजगी और भी बढ़ गई है। हाल ही में जब जदयू ने बिहार में सीटों के बंटवारे में खुद को बड़ा भाई बताते हुए ज्यादा सीटों की मांग की थी। तब रालोसपा ने इसका विरोध करते हुए कहा कि उनकी पार्टी को बिहार में जदयू से ज्यादा सीटें मिलनी चाहिए क्योंकि उनकी पार्टी का जनाधार पिछले 4 सालों में काफी बढ़ा है और उपेन्द्र कुशवाहा बिहार की राजनीति का भविष्य हैं।
बता दें कि हाल ही में बिहार के वैशाली जिले में रालोसपा नेता और जनदहा ब्लॉक प्रमुख मनीष कुमार साहनी की हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद तेजस्वी यादव ने मनीष कुमार साहनी के परिजनों से मुलाकात भी की थी। जिससे राजद और रालोसपा के बीच गठबंधन को हवा मिली थी। राजद के सूत्रों ने भी इस बात की पुष्टि की थी कि राजद और रालोसपा के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत हुई है। अहम बात ये है कि राजद ने रालोसपा को एनडीए के मुकाबले ज्यादा सीटें देने का भी वादा किया है। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी कुछ भी साफ नहीं हो सका है।