टीवी डिबेट में कई बार पैनलिस्ट एक दूसरे से उलझ जाते हैं। बहस के दौरान एक दूसरे पर कई तरह के तंज और आरोप लगाए जाते हैं। लेकिन रिपब्लिक भारत के एक शो में एक बार रिटायर्ड सैन्य अधिकारी अपना आपा पूर्ण रूप से खो गए। पूर्व सैन्य अधिकारी जीडी बख्शी ने गुस्से में एक अन्य पैनलिस्ट को अपशब्द कह दिया। जीडी बख्शी भाषा की सभी मर्यादाओं को पार कर गए।
देश की सीमाओं पर जारी तनाव के बीच रिपब्लिक भारत पर गलवान, पीओके को लेकर बहस चल रही थी। बहस में कई लोग थे लेकिन इसी बीच रिटायर्ड सैन्य अधिकारी जीडी बख्शी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान से काफी अधिक नाराज हो गए। उन्होंने दानिश रिजवान को गुस्से में एक के बाद एक कई गाली दे दी। चैनल की तरफ से जब तक उनके ऑडियो को डाउन किया जाता वो भाषा की सभी मर्यादाओं को पार कर चुके थे।
वीडियो के सामने आने के बाद लोगों ने इस घटना की जमकर आलोचना की कई पत्रकारों ने टीवी चैनलों पर होने वाले इस तरह के बहस शो को लेकर भी सवाल उठाया। पत्रकारिता के गिरते स्तर पर भी लोगों ने सोशल मीडिया पर जमकर भड़ास निकाली थी।
मूलरूप से मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर के रहने वाले जीडी बख्शी 1971 से 2008 तक आर्मी में रहे हैं। वो सेना में मेजर जनरल की रैंक तक पहुंचे थे बख्शी अपने गुस्से के कारण टीवी डिबेट शो में काफी चर्चित रहे हैं।
इससे पहले भी कई बार वो बहस के दौरान भाषा की मर्यादा को पार कर चुके थे। पुलवामा हमले के बाद भी एक नेशनल न्यूज चैनल पर डिबेट के दौरान कश्मीर के अलगावादियों के लिए वो अपशब्द का प्रयोग कर चुके थे। एक कॉन्क्लेव में आर्टिकल 35-ए पर बात करते हुए भी उन्होंने पाकिस्तानी फौजी के लिए अबशब्द का प्रयोग किया था। भारत के लिए कई बार लड़ाई लड़ने वाले बख्शी ने एक सैन्य अधिकारी के रूप में बेहतरीन काम कर चुके हैं। 1971 में चीन फ्रंट, 1985 में पंजाब में, 1987 में कारगिल कक्सर में रहे और 2000 में जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ में सैन्य मोर्चे के दौरान उन्होंने अपनी सेवाएं दी थी।
