गणतंत्र दिवस समारोह से पहले दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। इस बार व्यवस्था ज़्यादा सख्त होने की वजह पिछले दिनों संसद में हुए बवाल को भी माना जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि चेकिंग के दौरान दिल्ली पुलिस जूतों और जैकेट पर खास नजर रखेगी। इस दौरान एक ऐसी डिवाइस भी लगाई गई है जिससे फेस रिकग्निशन होगा।

दिल्ली पुलिस 14,000 से ज़्यादा सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया है। कर्तव्य पथ पर 77,000 से ज्यादा लोगों के पहुंचने की उम्मीद है, दिल्ली पुलिस ने कहा है कि सभी को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली के कुछ हिस्सों में यातायात काफी प्रभावित रहेगा इसलिए लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपयोग करने की सलाह दी जाती है। दिल्ली मेट्रो 26 जनवरी को सुबह 4 बजे से चलेगी और आम लोग मेट्रो का उपयोग कर सकते हैं।

हर बार से ज्यादा सख्ती

सुरक्षा से जुड़ी जानकारी के लिए विशेष पुलिस कमिश्नर (सुरक्षा) दीपेंद्र पाठक ने एक प्रेस वार्ता में कहा, “कर्तव्य पथ और राजधानी के अन्य सभी हिस्सों में 77,000 आमंत्रित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए काफी अच्छी व्यवस्था की गई और हर बड़ी तादाद में जवान तैनात किए गए हैं। दीपेंद्र पाठक ने कहा कि सुरक्षा संबंधी मामले को देखते हुए एक रणनीतिक तैयारी की गई है।

खास इंतजाम

विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था, जोन II) मधुप तिवारी ने कहा कि परेड वाले इलाके को 28 क्षेत्रों में विभाजित किया जाएगा, जिनमें से प्रत्येक का नेतृत्व वरिष्ठ अधिकारी करेंगे।

तिवारी ने कहा, लापता हो जाने वाले लोगों के लिए स्पेशल बूथ बनाए जाएंगे, हेल्पडेस्क होगी, प्राथमिक चिकित्सा बूथ भी बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यहां पहुंचने वाले लोग वक्त का खास तौर पर ख्याल रखें और समय पर पहुंचें।

सुरक्षा से जुड़ी सख्ती की वजह बीते साल संसद में हुए बवाल को भी माना जा रहा है। जब कुछ प्रदर्शनकारी संसद के भीतर घुसकर सांसदों के करीब पहुंच गए थे। वह अपने जूतों में कलर स्प्रे भी छिपाकर लाए थे।