दिल्ली में कार विस्फोट में 13 लोगों की मौत से पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हरियाणा के फरीदाबाद और उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से दो डॉक्टरों को आतंकवादी समूहों जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवतुल हिंद (AGH) से कथित संबंधों के लिए गिरफ्तार किया था। सबसे पहले पुलवामा के डॉ मुज़म्मिल अहमद गनई को गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद काज़ीगुंड के डॉ आदिल मजीद राठेर को भी गिरफ्तार किया गया था। गनई फरीदाबाद के अल फलाह अस्पताल में कार्यरत था वहीं, सहारनपुर के फेमस मेडिकेयर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में काम करता था। डॉ आदिल मजीद राठेर की गिरफ्तारी के बाद सहारनपुर के अस्पताल में उसके साथ काम करने वाले डॉक्टर और स्टाफ का कहना है कि उन्हें कभी शक नहीं हुआ कि उसका किसी आतंकी संगठन से संबंध हो सकता है।
जब डॉ. आदिल मजीद राठेर ने 7 नवंबर को अपने सहकर्मियों को बताया कि उन्हें अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए तुरंत अपने गृहनगर जाना है तो उन्हें शक करने की कोई वजह नहीं थी। मेडिसिन में एमडी, डॉ आदिल ने जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में अपनी शादी के लिए एक महीने की छुट्टी के बाद कुछ दिन पहले ही सहारनपुर के फेमस मेडिकेयर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में काम फिर से शुरू किया था। कुछ घंटों बाद, डॉ. आदिल को सहारनपुर से लगभग 17.4 किलोमीटर दूर सरसावा में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
हमें कभी भी उन पर किसी आतंकी संगठन में शामिल होने का शक नहीं हुआ- हॉस्पिटल में डॉ. आदिल के सहकर्मी
हॉस्पिटल में डॉ. आदिल के सहकर्मियों को याद है कि उन्हें उनकी शादी में आमंत्रित किया गया था जिसके लिए वे 26 सितंबर को रवाना हुए थे। नाम न छापने की शर्त पर एक कर्मचारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “हमें कभी भी उन पर किसी आतंकी संगठन में शामिल होने का शक नहीं हुआ। वह एक मिलनसार डॉक्टर था और हमेशा सभी से करुणा और प्रेम से मिलता था।” डॉ. आदिल मजीद राठेर 1 नवंबर को अपनी शादी की छुट्टियों से वापस आया। एक सप्ताह बाद, उसने अस्पताल के रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर डॉ. दानिश को बताया कि वह फिर से कश्मीर के लिए रवाना होगा।
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वहीं, अस्पताल के संचालन प्रमुख मनोज मिश्रा ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, “हमारा रिश्ता पूरी तरह से पेशेवर था और मुझे उनकी शादी में आमंत्रित नहीं किया गया था।” मिश्रा ने दावा किया कि अस्पताल के संचालन के अधिकार 2022 से उनके पास हैं। मिश्रा ने आगे कहा, “मैंने उन्हें काम पर रखा था। वह पहले वी-ब्रोस अस्पताल में सलाहकार के रूप में काम करते थे।”
डॉ. आदिल के मेडिकल दस्तावेज़ों की जांच की गई- फेमस हॉस्पिटल के प्रशासनिक प्रभारी
डॉ. आदिल की नियुक्ति के बारे में बात करते हुए एक अधिकारी ने कहा, “हमने उसे बेहतर वेतन की पेशकश की और वह हमारे साथ जुड़ गया। वह एक अच्छा डॉक्टर था।” फेमस हॉस्पिटल के प्रशासनिक प्रभारी असलम ज़ैदी ने बताया कि डॉ. आदिल के मेडिकल दस्तावेज़ों की जांच की गई। ज़ैदी ने कहा, “हमारे लिए, वह एक बहुत अच्छे डॉक्टर थे और पूरी जाँच-पड़ताल के बाद ही उन्हें नियुक्त किया गया था।”
सहारनपुर शहर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) व्योम बिंदल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक प्रतिनिधिमंडल 7 नवंबर को डॉ. आदिल को खोजने के लिए सहारनपुर जिले में आया था और उसने स्थानीय पुलिस से सहयोग मांगा था।
