वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। जिसमें वे मीडिया को लोकतंत्र का हत्यारा बता रहे हैं। आकाश बनर्जी के यूट्यूब चैनल को दिये गए एक इंटरव्यू में उन्हें यह कहते सुना जा सकता है कि मैं अपने प्रोग्राम में फालतू रिटायर्ड लोगों को नहीं लाता। मैं यह खुल के बोल सकता हूं के मीडिया लोकतंत्र का हत्यारा है।
वीडियो में रवीश कह रहे हैं कि मीडिया सिर्फ लोकतंत्र का हत्यारा नहीं है। यह जनता का कातिल भी है। रवीश ने कहा “ये लोग जिस रवीश कुमार को गालियां देते हैं, उसी रवीश से कह रहे हैं कि आप हमारी भर्ती परीक्षा के बारे में दिखा दीजिये। कुछ लिखा दीजिये। उन्होने कहा कि लिबरल भी डर गए हैं। अब वह सोचते हैं कि ये यूएपीए लगा देंगे एनआईए लगा देंगे। कोर्ट में क्या होगा। रवीश ने कहा “बीजेपी और कॉंग्रेस से पहले अब खुद से लड़ना पड़ेगा। जनता की लड़ाई जनता से है अब। उसके जनता होने से लड़ाई है।”
रवीश ने कहा “नियति ने मेरी यह सजा तय की है कि जो तुझपर थूकेगा या तुझे मरेगा या मार देने की चाहत रखेगा या गाली देगा, उसी की तुम्हें सेवा करनी है। इस वीडियो पर यूजर्स की मिली जुली प्रतिक्रियाएं आई हैं। कुछ यूजर्स ने रवीश को उनके बयान के लिए ट्रोल किया है तो कुछ उनकी बातों से सहमत हैं। एक यूजर ने लिखा “आप कॉमेडी मत करिए और विक्टिम कार्ड खेलना बंद कीजिये। कुछ लोगों ने कहा “अपनी ज़िन्दगी में कई चीजे तय की थी मैंने की ये देखने को मिल जाए तो क्या ही बात हो। उनमें से एक था पीएम मोदी जी और रवीश जी का इंटरव्यू।”
In Part 2 of his conversation with The DeshBhakt – Ravish Kumar lashes out at his own industry, explains his attempts to change things, how institutional media has collapsed & why ‘nationalist media’ is nothing but communal media.
Watch in full here – https://t.co/ks3GBknOGi pic.twitter.com/wLA2t14mOD— Akash Banerjee (@TheDeshBhakt) August 28, 2020
एक यूजर ने लिखा “जिस दिन रविश कुमार की आवाज़ बंद हो गयी यक़ीन मानिए बहुत से लोगों की हिम्मत टूट जाएगी, ये लड़ाई उतनी ही ज़रूरी है जितना की लड़ाई लड़ने के लिए लड़ाई में बने रहना, चलिए एक दूसरे की हिम्मत को बढ़ाये।” बता दें इससे पहले रवीश ने कहा था कि फेसबुक, व्हाट्सऐप और अन्य सोशल मीडिया के जरिए फेक न्यूज और हिंसक रूप से भड़काऊ बातों का प्रसार हो ही रहा है। ये एक तथ्य है गप नहीं। आए दिन आपके व्हाट्सऐप के इनबॉक्स में भद्दी गालियां, झूठे दावे वाले पोस्ट, एक समुदाय के खिलाफ ऐसी-ऐसी बातें जिससे आप भड़क जाएं, ऐसी चीजें आती रहती हैं।
