Rau’s IAS Study Circle: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के जिस कोचिंग सेंटर में 3 यूपीएससी के स्टूडेंट्स की मौत हो गई। उस संस्थान ने हादसे के चार दिनों के बाद में अपनी चुप्पी तोड़ी है। राव स्टडी सर्किल की तरफ से जान गंवाने वाले स्टूडेट्स के लिए दुख जाहिर किया गया है और जांच में सहयोग करने की बात कही गई है।

कोचिंग सेंटर ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट पर एक बयान जारी किया है। इसमें संस्थान की तरफ से कहा गया कि 27 जुलाई को हुए दर्दनाक हादसे में हम अपने स्टूडेंट्स तान्या सोनी, नवीन डालविन और श्रेया यादव को गंवाने से बहुत ही दुखी हैं। हमारी हार्दिक संवेदनाएं उनके परिवारों के साथ हैं। इसमें आगे कहा गया कि राव का आईएएस स्टडी सर्किल चल रही जांच में पूरा सहयोग कर रहा है। हम सभी से इस कठिन समय में परिवारों की निजता का सम्मान करने का आग्रह करते हैं। उनके सपनों और समर्पण को हमेशा याद रखा जाएगा।

तीन छात्रों की गई जान

शनिवार रात कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने की वजह से तीन स्टूडेंट्स की जान चली गई। यह हादसा उस समय हुआ था जब छात्र बेसमेंट में अवैध तरीके से बनी लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे थे और सड़क पर जलभराव की वजह से पानी इसमें एंट्री कर गया। तीन मिनट के अंदर-अंदर वहां पर पानी पूरी तरह से भर गया। जिस समय यह हादसा हुआ उस समय वहां पर करीब 30 स्टूडेंट्स मौजूद थे।

तीस हजारी कोर्ट ने खारिज की पांचों आरोपियों की जमानत

दिल्ली कोचिंग हादसे मामले में तीस हजारी कोर्ट ने बुधवार को बड़ा फैसला सुनाया। कोर्ट ने आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट के मालिकों परविंदर सिंह, सरबजीत सिंह, हरविंदर सिंह, तेजिंदर सिंह और कार ड्राइवर मनोज कथूरिया की जमानत याचिका रद्द कर दी। इतना ही नहीं कोर्ट ने मनोज कथूरिया की गिरफ्तारी को अवैध घोषित करने की मांग वाली याचिका पर जांच अधिकारी से जवाब देने के लिए कहा है।

आरोपी मनुज कथूरिया की पत्नी शिमा कथूरिया ने कोर्ट के फैसले के बाद में कहा कि हम बहुत निराश हैं कि जमानत याचिका खारिज कर दी गई है। हमें पूरी उम्मीद थी कि मनुज आज रात घर वापस आ जाएगा, लेकिन उसे बिना किसी गलती के एक और रात जेल में बितानी पड़ेगी। हाईकोर्ट के जज ने तीन बार एक राहगीर की गिरफ्तारी का जिक्र किया। देर-सवेर हमें न्याय जरूर मिलेगा।