बिहार के मुजफ्फरपुर में ‘चमकी बुखार’ यानी एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से लगातार बच्चों की मौत हो रही है। इस दिमागी बुखार से अब तक 90 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को एसकेएमसीएच का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।

इस दौरान उन्होंने खुद बच्चों की भी जांच की। रविवार को भी 12 बच्चों की मौत हो गई। इनमें से 8 मौत एसकेएमसीएच और 4 मौत कांटी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई। अस्पताल के दौरे के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। राज्य के मुख्य विपक्षी दल आरजेडी ने एक तस्वीर साझा करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्वास्थ्य राज्य मंत्री और बिहार भाजपा के नेता अश्विनी चौबे के सोने का आरोप लगाया।

आरजेडी ने ट्वीट में लिखा, ‘200 बच्चों की जान जाने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे उसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में सो रहे हैं। बिहार सरकार के मंत्री भी जम्हाई ले रहे। जाने इनकी मानवीय संवेदना कहाँ मर गई? सीएम तो गहरी निद्रा में है ही?’


मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव ने ट्वीट कर बच्चों की मौत के लिए सरकार पर तंज कसा। पप्पू यादव ने ट्वीट में लिखा, ‘सोइये हुज़ूर!ये बच्चे आपके नहीं हैं।इसमें हिन्दू-मुसलमान की राजनीति नहीं हो सकती,तो जग कर आप क्या करेंगे?5साल बाद इसमें पाक की साजिश ढूंढ लीजियेगा।फिर वोट ले,ऐसे ही गधा बेच सो जाइयेगा। गरीब मां-बाप अपने बच्चों की बेमौत मौत पर रतजगा करें,उनकी आंखों की नींद उड़ जाय।आपको क्या फर्क?’

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बच्चों की मौत के लिए राज्य व केंद्र सरकार की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। कुशवाहा ने ट्वीट किया, ‘लगभग 200 परिवारों का आँगन सुना हो चुका है और हजारों बच्चें काल की गोद में है फिर भी डबल इंजन सरकार सो रही हैं। अब तो ईश्वर के भरोसे ही बिहार और देश की आश बची है’