रेप के आरोपी स्वामी चिन्मयानंद की जमानत इलाहाबाद उच्च न्यायालय से जमानत मंजूर होने के बाद बुधवार शाम को जिला जेल से रिहाई हो गई। जेल से आने के बाद चिन्मयानंद का फूल-मालाओं से भव्य स्वागत किया गया और राष्ट्रीय कैडेट कोर के कैडेटों ने उनकी अगवानी करते हुए सलामी भी दी। यही नहीं जेल से रिहाई के बाद उनके आश्रम पर पूजा के बाद प्रसाद रूप में सैकड़ों लोगों को भोजन कराया गया।

स्वामी चिन्मयानंद के पारिवारिक सदस्य अमित सिंह ने बताया, ‘‘उच्च न्यायालय से जमानत मंजूर होने के बाद मुमुक्षु आश्रम में पूजा अर्चना की गई तथा प्रसाद के रूप में स्वामी चिन्मयानंद के समर्थकों को भोजन भी कराया गया।’’ पुलिस अधीक्षक नगर दिनेश त्रिपाठी ने बृहस्पतिवार को बताया, ‘‘कानून की पढ़ाई करने वाली पीड़ित छात्रा की सुरक्षा के लिए एक गार्ड तथा छात्रा एवं उसके परिवार के लिए एक-एक गनर तैनात किया गया है जो अब भी तैनात हैं।

वहीं,चिन्मयानंद की गिरफ्तारी के बाद उनकी सुरक्षा में तैनात गनर को वापस बुला लिया गया था। पुन: मांग किए जाने पर समिति द्वारा निर्णय लेकर उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी।’’ स्वामी चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओम सिंह ने कहा, ‘‘चिन्मयानंद को पूरी तरह साजिश में फंसाया गया है। बुधवार को जेल से रिहाई के बाद चिन्मयानंद के समर्थकों का जेल गेट पर उमड़ा सैलाब बताता है कि वह पूरी तरह निर्दोष हैं।’’

वहीं,मुमुक्षु आश्रम के सूत्रों ने बताया, ‘‘बृहस्पतिवार को स्वामी चिन्मयानंद ने दो कॉलेजों का भ्रमण भी किया। कॉलेज की व्यवस्था देखी और इसके बाद वह मुमुक्षु आश्रम परिसर में भी घूमे ।’’ चिन्मयानंद के कॉलेज में ही पढ़ने वाली कानून की एक छात्रा ने उन पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया है।

इसके बाद मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) ने की और स्वामी चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। स्वामी चिन्मयानंद की ओर से दर्ज कराए गए रंगदारी के मामले में कानून की छात्रा एवं उसके तीन दोस्तों को भी एसआईटी ने जेल भेज दिया था। चिन्मयानंद समेत पांच आरोपियों की जमानत उच्च न्यायालय इलाहाबाद से हो गई है और उन्हें रिहा भी कर दिया गया है।शाहजहांपुर के जनप्रतिनिधि न्यायालय में स्वामी चिन्मयानंद मामले की हो रही सुनवाई अब लखनऊ न्यायालय में होगी।

(भाषा इनपुट्स के साथ)