Randeep Surjewala, demonetization: नोटबंदी हुए दो साल से ज्यादा हो चुके हैं। लेकिन कांग्रेस आज भी इस मामले में मोदी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ती। कांग्रेस ने शुक्रवार को नकली नोटों के प्रचलन में वृद्धि की खबरों को लेकर सरकार पर हमला किया। लाइव हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दो सालों में नकली नोट दस गुना बढ़ गए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस रिपोर्ट को ट्वीट कर सरकार पर नोटबंदी की आड़ में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने शुक्रवार को इस रिपोर्ट की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा “साहेब का फरमान आया – लाइन में लग जाओ, जनता लाइन में लग गई। उसके बाद भी ये हालात क्यों पैदा हुए? नोटबंदी का असली मकसद क्या था? जनता अभी तक नहीं जान पाई है। नोटबंदी की आड़ में कौन सा भ्रष्टाचार हुआ है? इस सवाल का जवाब भविष्य में कभी ना कभी तो निकलेगा ही!”
इस मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय रिजर्व बैंक ने कुछ दिन पहले पुष्टि की थी कि नकली 500 रुपये और 2,000 रुपये के नोटों का प्रचलन 2018-19 के दौरान 121 प्रतिशत और 21.9 प्रतिशत बढ़ गया है। रिपोर्ट के मुताबिक एक साल में 500 के नकली नोटों में 121% की बढ़ोतरी हुई है। 2016-17 में 500 के जाली नोट केवल 199 मिले थे। 2018-19 में यह संख्या 22 हजार पहुंच गई। वहीं पिछले दो वर्षों में दो हजार रुपये के जाली नोटों की संख्या में भी 22 फीसदी का इजाफा हुआ है।
500 और 2000 के नोट के अलावा 10, 20 और 50 के नोट भी नकली आने लगे हैं। रिजर्व बैंक की रिपोर्ट कहती है केवल एक साल में 10, 20, और 50 रुपये में पाए गए जाली नोटों में 20.2, 87.2 और 57.3% की बढ़ोतरी हो गई। पिछले दो साल में छोटी करेंसी में नकली नोटों की संख्या चार गुना तक बढ़ गई है। बता दें नोटबंदी के दौरान सरकार ने दावा किया था कि इसके बाद जाली नोट लगभग खत्म हो जाएंगे। लेकिन आरबीआई कि रिपोर्ट के बाद कांग्रेस को एक बार फिर सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया है।