लंबे समय से जीत के सूखे से जूझ रही कांग्रेस में कांग्रेस में बदलाव की कवायद शुरु हो गई है। कांग्रेस में बदलाव की कवायद के तहत अब सोशल मीडिया के प्रभारी की कमान सांसद दीपेंद्र हुड्डा से लेकर कर्नाटक की पूर्व सांसद राम्या को दे दी गई है। पिछले काफी समय से कांग्रेस के अंदर पार्टी के सोशल मीडिया डिपार्टमेंट की परफॉरमेंस को लेकर सवाल खड़े हो रहे थे। इसे देखते हुए सोमवार को लोकसभा सदस्य और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेन्द्र सिंह हुड्डा से सोशल मीडिया की कमान वापस ले ली गई है। हुड्डा की जगह पर कांग्रेस की पूर्व सांसद राम्या दिव्या स्पंदना को कांग्रेस पार्टी के सोशल मीडिया का प्रभारी बनाया गया है। राम्या कर्नाटक से कांग्रेस की सांसद रह चुकी हैं।

हुड्डा ने स्पष्ट रूप से कुछ नेताओं से कहा कि वह खुद सोशल मीडिया प्रभारी का पद छोड़ रहे थे। हालांकि बहुत से पार्टी नेताओं का मानना है कि हुड्डा को हटाया गया है। हुड्डा की जगह आने वाली राम्या ने सोशल मीडिया की प्रभारी की जिम्मेदारी बड़ी ही शांत तरह से स्वीकार करते हुए सोशल मीडिया टीम के साथ बैठक की और उनके साथ डिनर किया। हालांकि पार्टी को ओर से इसकी घोषणा अभी तक नहीं की गई है। दिव्या राजनीति में आने से पहले कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं। आपको बता दें कि 34 साल की दिव्या ने 2003 में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। रामया ने साल 2012 में इंडियन नेशनल कांग्रेस को ज्वाइन किया। इन्हें राहुल गांधी का करीबी माना जाता है।

कहा जा रहा है कि हुड्डा को सोशल मीडिया प्रभारी से हटाकर बड़ी जिम्मेदारी दी सकती है। वहीं पार्टी में हरियाणा के संगठन को लेकर भी भारी दबाव है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और दीपेन्द्र सिंह हुड्डा के पिता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपे जाने की मांग की जा रही है। कांग्रेस के विधायक ने तो यहां तक डाला है कि अगर हुड्डा को राज्य में पार्टी की कमान मिल जाती है तो आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को सत्ता में वापस आने से कोई नहीं रोक सकता है। इनके अलावा कांग्रेस के और भी कई विधायक हैं जो हुड्डा को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मांग कर रहे हैं।