Rameshwaram Cafe Blast: कर्नाटक के बंगलूरू स्थित रामेश्वरम कैफे में एक मार्च को उस समय अफरातफरी मच गई जब अचानक दोपहर एक बजे कैफे के भीतर जोरदार धमाका हुआ। इस घटना में कई लोग घायल हो गए थे। अब इस कैफे में हुए धमाके में सीसीटीवी फुटेज से एक संदिग्ध व्यक्ति की पहचान हो गई है।

इस घटना की जांच एनआईए ने करना शुरू कर दिया है। बुधवार को एनआईए ने संदिग्ध के बारे में जानकारी देने वाले को 10 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है और सीसीटीवी फुटेज भी पोस्ट की है। इस सीसीटीवी फुटेज में दिखाया गया है कि सार्वजनिक बस में कैफे से लगभग 100 मीटर दूर बस स्टॉप पर सुबह करीब 10.45 मिनट पर वह शख्स आता है और 11.34 मिनट पर वह रामेश्वरम कैफे में घुसता है। वहीं, 11.43 मिनट पर वह बाहर निकल जाता है। उसके बाद शख्स बस स्टॉप तक पैदल जाता है और बस से चला जाता है।

संदिग्ध धार्मिक केंद्र में भी कई बार रूका

सूत्रों ने कहा कि कैफे में दोपहर 12.56 मिनट पर हुए ब्लास्ट से तकरीबन एक घंटे पहले तक उस संदिग्ध के आने से लेकर भागने तक सभी चीजें सीसीटवी में कैद हुई हैं और इन्हीं के जरिये कुछ सबूत भी हाथ लगें हैं। साथ ही, सूत्रों ने कहा कि बस से यात्रा करने और आईडी लगाने से लेकर घटना स्थल से भागने तक वह एक मुस्लिम धार्मिक केंद्र में भी कई बार रूका।

सूत्रों ने बताया कि कैफे में जब वह संदिग्ध रामेश्वरम कैफे में मौजूद था, तो उसने बेसबॉल की टोपी पहनी हुई थी। उसकी टोपी उन जगहों पर पाई गई है, जहां पर वह रुका था। संदिग्ध व्यक्ति ने भागने के दौरान अपने कपड़े भी बदल लिए और टोपी को हटा दिया। ब्लास्ट में इस्तेमाल किया गया आईईडी कैफे के एक कोने में हाथ धोने वाली जगहों पर लगाया गया था।

फोन मिलाने का नाटक भी कर रहा था संदिग्ध

सूत्रों ने बताया कि जांच में यह बात सामने आई है कि आईईडी को टिफिन बॉक्स में रखा गया था। आईईडी में सल्फर और पोटेशियम नाइट्रेट का मिश्रण था। उन्होंने आगे कहा कि आईईडी में ट्रिगरिंग सिस्टम कर्नाटक में 2022 में इस्लामिक स्टेट से जुड़ी दो आतंकी घटनाओं में पाए गए उपकरणों के ही जैसा है। इसकी जांच भी एनआईए ही कर रही है। जांच करने वाले अधिकारियों का मानना है कि संदिग्ध कैफे में नौ मिनट रुकने के बाद फोन का इस्तेमाल करने का नाटक भी कर रहा था।