वित्त मंत्री अरुण जेटली की ओर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ किए गए मानहानि केस में आप संयोजक की तरफ से केस लड़ रहे देश के वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी ने उनके ही खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जेठमलानी ने केजरीवाल को लिखे लेटर में आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। यह बात जेठमलानी ने 20 जुलाई को केजरीवाल को लिखे अपने खत में कहा। इस लेटर की एक कॉपी उन्होंने अपने ब्लॉग पर भी शेयर की है। लेटर में वरिष्ठ वकील ने कहा कि जब अरुण जेटली ने आप पर पहला केस दर्ज कराया तो आपने हमारी सेवाएं ली। अपने (केजरीवाल) विवेक से पूछें कि आपने कितनी बार जेटली के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया। आपने सैकड़ों पर उस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा कि उन्हें (जेटली को) सबक सीखाना है।
26 जुलाई को जेठमलानी ने अरविंद केजरीवाल के केस को खुद को अलग करने की घोषणा की थी। जेठमलानी ने कहा, “मैंने केजरीवाल का मुकदमा छोड़ दिया है। उन्हें वह पत्र दिखाना चाहिए जो मैंने उन्हें भेजा है। मेरे केस छोड़ने की वजह उनका झूठ है। केजरीवाल ने झूठ कहा कि उन्होंने मुझे निर्देश नहीं दिए थे।” जेठमलानी ने आगे बकाया फीस के सेटलमेंट को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “फीस नहीं देगा तो कोई बात नहीं। मैं हजारों लोगों के लिए फ्री में काम करता हूं।” बताया जा रहा है कि जेठमलानी ने केजरीवाल को लिखे लेटर की कॉपी वित्त मंत्री अरुण जेटली को भी भेजी है।
Excerpts from Ram Jethmalani’s letter dated 20.7.2017 to Delhi CM Arvind Kejriwal on defamation suit filed by Arun Jaitley against Kejriwal pic.twitter.com/oiRbCuvEQj
— ANI (@ANI_news) July 29, 2017
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से दिल्ली हाई कोर्ट को बताया गया कि केजरीवाल ने अपने वकील राम जेठमलानी को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल करने का निर्देश नहीं दिया था। केजरीवाल ने एक शपथ-पत्र पेश कर उच्च न्यायालय से कहा, “ससम्मान यह अवगत कराया जाता है कि न तो केजरीवाल ने और न ही वरिष्ठ वकील जेठमलानी के सहायक वकीलों ने उन्हें 17 मई, 2017 की सुनवाई के दौरान आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया था।” यहां तक कि केजरीवाल ने जेठमलानी को एक पत्र लिखकर अपना वह दावा वापस लेने के लिए कहा है, जिसमें जेठमलानी ने अदालत को बताया था कि उन्होंने 17 मई को संयुक्त रजिस्ट्रार के समक्ष सुनवाई के दौरान केजरीवाल के निर्देश पर आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया था। जेठमलानी ने 17 मई की सुनवाई के दौरान जेटली के लिए अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया था। जेटली ने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) मामले में केजरीवाल और आम आदमी पार्टी (आप) के पांच अन्य नेताओं के खिलाफ 10 करोड़ रुपये का मानहानि का दावा किया है।