लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष ने एक-दूसरे के खिलाफ जबरदस्त प्रहार किया। गुरुवार को बीजेपी के सांसद और ओलंपिक मेडलिस्ट राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कांग्रेस पर बेहद गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने लोकसभा में बोलते हुए कहा, “मैं 2008 में बीजिंग ओलंपिक्स में था। हमें खबर मिली की सोनिया गांधी जी और राहुल गांधी जी आपसे मिलने आ रहे हैं। ये हमसे मिलने वहां नहीं आए थे और न ही कोई मुलाकात हुई क्योंकि इनकी थालियां तो कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना ने बिछा रखी थी। इनकी मुलाकात कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना ऑफ चाइना से हुई। ये रिमोट कंट्रोल से सरकार चलाते थे, अगर कोई सैनिक ये काम करे तो उसके काम गद्दारी का मुकदमा चलता है। ये उस समय सरकार चला रहे थे। इनके खिलाफ गद्दारी का मुकदमा चलना चाहिए।”

वैश्विक चुनौतियों के बावजूद तेज गति से बढ़ी भारतीय अर्थव्यवस्था

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संप्रग सरकार के दौरान भ्रष्टाचार के कारण एक दशक बेकार होने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को कहा कि पिछले नौ वर्षों में मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के कारण भारत भविष्य की वृद्धि को लेकर सकारात्मक स्थिति में है और दुनिया में सबसे तेज गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है।

लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए सीतारमण ने कहा कि पूरी दुनिया में आर्थिक विषयों को लेकर संकट का समय है। आज वैश्विक अर्थव्यवस्था उच्च मुद्रास्फीति और धीमी वृद्धि दर की दोहरी चुनौती का सामना कर रही है।

उन्होंने कहा कि साल 2022 में वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 3 प्रतिशत थी और विश्व बैंक ने 2023 के लिए अनुमान व्यक्ति किया है कि यह 2.1 प्रतिशत रह सकती है। वित्त मंत्री ने कहा कि ब्रिटेन चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना कर रहा है और बैंक ऑफ इंग्लैंड ने 14 बार ब्याज दर को बढ़ाया। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार से यूरोजोन में उच्च मुद्रास्फीति की स्थिति है, वहीं जर्मनी यूरोपीय संघ का सबसे बड़ा देश है और वहां भी आर्थिक संकुचन की आशंका व्यक्त की गई है।

निर्मला सीतारमण ने कहा कि अमेरिका और चीन बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और हम इनसे तुलना नहीं कर रहे हैं लेकिन चीन की स्थिति को देखें तो वहां भी उपभोक्ता मांग में भारी गिरावट आई है और स्थिरता की स्थिति पैदा हो गई है। मीडिया में भी चीन को लेकर अवस्फीति (डिफ्लेशन) की आशंका व्यक्त की जा रही है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में भी पिछले दिनों शेयर बाजार में उथल-पुथल की स्थिति देखने को मिली।