महाराष्ट्र में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। एक तरफ जहां शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे (29) को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा है तो दूसरी तरफ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार (1 अगस्त 2019) को कहा कि देंवेंद्र फडणवीस दोबारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनेंगे। राजनाथ ने चुनाव के मद्देनजर अमरावती से ‘जन आदेश यात्रा’ की शुरुआत करने के बाद एक रैली के दौरान यह बात कही। राजनाथ ने कहा कि ‘किसी ने कहा है कि हमें इसबार 200 सीटें जीतनी हैं। अगर बीजेपी और शिवसेना साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी तो हम 250 सीटों पर जीत हासिल कर सकते हैं और फडणवीस हमारे मुख्यमंत्री होंगे।’
चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों ही दलों में तीखी नोकझोंक देखने को मिल सकती है। शिवसेना को लग रहा है कि युवा नेता आदित्य की युवाओं के बीच अच्छी छवि है इसलिए चुनाव के बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। माना जा रहा है कि आदित्य वरली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं अगर ऐसा होता है तो वह ठाकरे परिवार से चुनाव लड़ने वाले पहले व्यक्ति होंगे। आदित्य पार्टी के लिए चुनावी तैयारियों में भी जुट गए हैं। बीते दिनों उन्होंने ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ की शुरुआत की है। मालूम हो कि पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत भी बीते दिनों आदित्य के लिए सीएम पद की वकालत कर चुके हैं।
वह बीजेपी से बड़ी मांग रखते हुए कह चुके हैं कि आदित्य ठाकरे को सूबे का नया मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। राज्य के नेतृत्व की कमान युवा शख्स को मिलनी चाहिए। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी सीएम पद पिछली बार की ही तरह इस बार भी अपने पास ही रखना चाहती है। राजनाथ के ताजा बयान से यह बात साफ हो चुकी है। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में एकसाथ लड़ने वाली शिवसेना और बीजेपी विधानसभा चुनाव में अलग-अलग राह चुन सकती है। शिवसेना को उम्मीद है कि वह अपने दम पर कड़ी चुनौती पेश कर सकती है।
पार्टी के कई नेताओं ने संकेत भी दिए हैं कि वह बीजेपी से गठबंधन न होने की स्थिति में अपने दम पर चुनाव मैदान में उतरे। वहीं बीजेपी ने भी इस बात के संकेत दिए हैं कि गठबंधन न होने की सूरत में वह भी अकेले चुनाव लड़ सकती है। मालूम हो कि लोकसभा चुनावों के दौरान महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था। 48 लोकसभा सीटों में से 41 सीटों पर जीत हासिल की थी जिनमें 23 सीटों पर बीजेपी तो 18 सीटों पर शिवसेना को जीत मिली।