जम्मू-कश्मीर में एक सैन्य शिविर पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने इस्लामाबाद पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि पाकिस्तान एक ‘आतंकवादी देश’ है और उसे अलग-थलग किया जाना चाहिए। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कड़े शब्दों में कहा कि उरी में आर्मी ब्रिगेड हेडक्वार्ट्स पर हमला करने वाले आतंकवादी बहुत अधिक प्रशिक्षित और भारी हथियारों से लैस थे। उन्होंने साथ ही संकल्प जताया कि उन्हें नहीं छोड़ा जाएगा जो इस घटना के पीछे हैं। पाकिस्तान द्वारा प्रत्यक्ष तौर पर आतंकवाद और आतंकवादी समूहों को समर्थन जारी रखने पर गहरी निराशा व्यक्त करते हुए सिंह ने कहा, ‘पाकिस्तान एक आंतकवादी देश है और इसे पहचाना जाना चाहिए एवं अलग-थलग किया जाना चाहिए।’ उरी में हुई घटना को लेकर एक घंटे तक चली समीक्षा बैठक के बाद सिंह ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बैठक में हुई चर्चा के बारे अवगत करा दिया है।
बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत गृह और रक्षा मंत्रालय एवं सेना और अर्धसैनिक बलों के शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा, ‘इस बारे में ठोस और निष्कर्षात्मक संकेत हैं कि उरी हमले को अंजाम देने वाले उच्च प्रशिक्षित तथा विशेष हथियारों से लैस थे।’ गृह मंत्री ने कहा कि इस आतंकी घटना के पीछे शामिल लोगों को कानून के दायरे में लाया जाएगा। सिंह ने कहा कि वह आतंकी हमले और 17 सैनिकों के शहीद होने से बहुत अधिक दुखी हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं शहीद सैनिकों के परिजन के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। घायल लोगों के जल्द ठीक होने के लिए प्रार्थना कर रहा हूं।’
आतंकी हमले में 17 जवान शहीद:
उत्तरी कश्मीर के उरी शहर में रविवार (18 सितंबर) सुबह भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने एक बटालियन मुख्यालय पर हमला कर दिया जिसमें 17 जवान शहीद हो गए और 19 अन्य घायल हुए हैं। इसके साथ ही चार आतंकवादी भी मारे गए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुबह करीब चार बजे हुए आतंकी हमले के साथ ही विस्फोटों की आवाज सुनाई दी और मुठभेड़ शुरू हो गई। हमले की चपेट में आया स्थल यहां से 102 किलोमीटर और सेना के ब्रिगेड मुख्यालय से कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित है। सूत्रों ने बताया कि हमले के समय डोगरा रेजीमेंट के जवान एक तंबू में सोए हुए थे जिसमें विस्फोट के चलते आग लग गई। आग पास स्थित बैरकों तक भी फैल गई।
राजनाथ सिंह ने रद्द किया रूस-अमेरिका दौरा:
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उरी में हुए हमले और कश्मीर में अशांति के मद्देनजर अपना रूस और अमेरिका दौरा रद्द कर दिया है। राजनाथ ने उरी में आतंकी हमले से उत्पन्न स्थिति पर जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से भी बात की। गृहमंत्री को रविवार (18 सितंबर) को रात चार दिन की रूस यात्रा पर रवाना होना था। इसके बाद भारत-अमेरिका आंतरिक सुरक्षा वार्ता के लिए 26 सितंबर से छह दिन के लिए अमेरिका जाने का कार्यक्रम था। राजनाथ ने यहां एक बयान में कहा, ‘जम्मू कश्मीर की स्थिति को ध्यान में रखते हुए और उरी में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर मैंने अपना रूस और अमेरिका जाने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया है।’