Sadbhavana Diwas 2023: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर जवाहर भवन में 25वें राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार समारोह में कांग्रेस नेता शामिल हुए हैं। इस दौरान कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, मलिकार्जुन खड़गे और अन्य नेता कार्यक्रम में मौजूद रहे।

कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, “पूर्व पीएम राजीव गांधी ने हमेशा हमारे देश में महिलाओं को मजबूत करने के लिए काम किया। उन्होंने सुनिश्चित किया कि महिलाओं के लिए पंचायतों और नगर निगमों में आरक्षण दिया जाए, आज अगर देखा जाए तो 15 लाख से ज़्यादा निर्वाचित महिला प्रतिनिधि ग्रामीण इलाकों में हैं। यह राजीव गांधी की विज़न के रहते हुआ है।”

इस दौरान सोनिया गांधी ने कहा कि आज शांति, संप्रदायिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता को आगे बढ़ाने में विशेष योगदान देने वालों का सम्मान किया गया है। उन्होंने राजीव गांधी को याद करते हुए कहा,”राजीव गांधी का राजनीतिक जीवन बेहद क्रूर तरीके से खत्म किया गया था।”

क्या बोलीं सोनिया गांधी?

रविवार को 25वें राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार में बोलते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि राजीव गांधी के सांप्रदायिक सद्भाव, शांति और राष्ट्रीय एकता के आदर्श ऐसे समय में और अधिक महत्वपूर्ण हो गए हैं जब कुछ ताकतों ने देश में नफरत, समाज में विभाजन, कट्टरता और पूर्वाग्रह की राजनीति को जन्म दे दिया है।

राजीव गांधी की जयंती पर जवाहर भवन में 25वें राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार समारोह में सोनिया गांधी ने राजीव गांधी को याद करते हुए कहा,”राजीव गांधी महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध थे।

उन्होंने पंचायतों और नगर पालिकाओं में महिलाओं के एक-तिहाई आरक्षण के लिए संघर्ष किया था। 1989 के संसदीय चुनाव में ही पहली बार 18 साल के युवाओं को वोट का अधिकार दिया गया था, जिनमें आधी महिलाएं थीं। इस मौके पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि ऐसे समय में जब विभाजनकारी राजनीति मजबूत है, इस तरह के पुरस्कार की अहमियत बढ़ जाती है. सोनिया गांधी ने कहा कि राजीव गांधी महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध थे।

खड़गे क्या बोले?

कांग्रेस अध्यक्ष कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस दौरान राजीव गांधी को याद किया और कहा, “आज विभिन्न विचारधाराओं के कई लोग राजीव गांधी की उपलब्धियों को बदनाम करने की कोशिश करते हैं…राजीव गांधी की सफलता को ज्यादा समय तक छुपाया नहीं जा सकता। 1984 में राजीव गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस को लोकसभा में 401 सीटों का सर्वोच्च बहुमत मिला था। राजीव गांधी ने हमेशा समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए काम किया।”