राजस्थान में एक दलित नाबालिग की पिटाई का मामला सामने आया है। घटना के दौरान हमलावरों ने रस्सी से उसके हाथ-पैर बांधे और फिर डंडों से बुरी तरह पिटाई की। हमलावरों के साथ तब भगवा कुर्ते और गमछे में एक व्यक्ति भी था, जो दलित लड़के की पिटाई के लिए उन्हें कथित तौर पर आदेश दे रहा था। पाली जिले से जुड़े इस मामले का एक वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर खूब तेजी से वायरल हो रहा है।

इसी बीच, पुलिस ने पीड़ित के खिलाफ प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉर सेक्सुअल ऑफेंसेज (पॉस्को) एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। समाचार एजेंसी एएनआई को इस बाबत एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमलावरों को शक था कि लड़के ने किसी लड़की को छेड़ा है, जिसे लेकर उसकी पिटाई की गई।

अधिकारी के अनुसार, “पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच के बाद उसे जुवेनाइल सुरक्षा गृह भेज दिया गया है। एक वायरल वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कुछ स्थानीय उसे पीट रहे थे, उन्हें भी हिरासत में ले लिया गया है।”

वहीं, कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि दलित लड़के ने इलाके में स्थित मंदिर में घुसने की कोशिश की थी, जिस पर उसकी पिटाई की गई। वायरल वीडियो में वह जमीन पर पीठ के बल गिरा पड़ा था। उसके हाथ-पैर रस्सियों से बंधे थे, जबकि वह रहम की भीख मांग रहा था।

हालांकि, हमलावरों ने उसकी एक न सुनी और बार-बार उसे डंडों से पीटते रहे। यह मामला धनेरिया गांव में एक जून का बताया जा रहा है, जबकि इससे जुड़ी वीडियो क्लिप तीन जून को सामने आई।

‘पीटीआई-भाषा’ की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने मामले में चार लोग गिरफ्तार किए हैं। पाली के पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा बोले, “आरोपी के खिलाफ एक जून को बलात्कार के आरोप में मामला दर्ज हुआ था। उसे पकड़ा गया है और बाल सुधार गृह भेज दिया गया। वीडियो में चार लोग उसे पीट रहे थे। हमने उसके घरवालों से संपर्क साधा तो उन्होंने एफआईआर दर्ज कराई।”