Rajasthan Police Constable Recruitment 2018: राजस्थान में स्पोर्ट्स कोटे से की जा रही कांस्टेबल भर्ती सवालों के घेरे में आ गई है। दरअसल इस भर्ती का रिजल्ट अभी आना बाकी है, लेकिन शॉर्ट लिस्ट 150 अभ्यर्थियों से पूछा गया है कि उन्हें ‘किस जिले में पोस्टिंग चाहिए।’ हालांकि नियमानुसार, अभ्यर्थी जिस जिले में आवेदन करता है तो पोस्टिंग भी उसे उसी जिले में मिलती है। ऐसे में रिजल्ट के जारी होने से पहले ही अभ्यर्थियों से पोस्टिंग के बारे में पूछने के चलते इस भर्ती को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। बता दें कि राजस्थान में पुलिस मुख्यालय ने स्पोर्ट्स कोटे से 262 पदों पर कांस्टेबल की भर्ती निकाली थी। इस पदों पर कुल 8000 लोगों ने आवेदन किया। जांच के दौरान 300 अभ्यर्थियों को भर्ती के योग्य माना गया। हालांकि बाद में सिफारिश के आधार पर 50 और अभ्यर्थियों को इसमें शामिल कर कुल 350 अभ्यर्थियों का ट्रायल लिया गया।
ट्रायल 24 अगस्त से लेकर 5 सितंबर तक चला। बता दें कि 5 सितंबर को योगा, बॉडी बिल्डिंग और घुड़सवारी की दक्षता परीक्षा होनी थी, लेकिन 6 सितंबर को ही 150 अभ्यर्थियों को मैसेज कर उनके मूल दस्तावेजों के साथ आरएसी पांचवी बटालियन बुलाया गया। इस दौरान बुलाए गए अभ्यर्थियों को दिन भर मुख्यालय में रखा गया और सिर्फ ये पूछा गया कि उन्हें किस जिले में पोस्टिंग चाहिए। ऐसे में नियमों के बावजूद अभ्यर्थियों को बुलाकर पोस्टिंग के लिए पूछना भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़े करता है।
बता दें कि राजस्थान पुलिस के भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष एसओजी और एटीएस के आईजी अशोक राठौड़ हैं। वहीं चतुर्थ बटालियन आरएसी के कमांडेंट डॉ. रवि सदस्य सचिव हैं। हैडक्वार्टर एसपी राहुल जैन सदस्य हैं। बोर्ड अध्यक्ष अशोक राठौड़ का इस मुद्दे पर कहना है कि 5 सितंबर को दक्षता परीक्षा लेने के बाद परिणाम मुख्यालय भेज दिया गया है और हमारा काम पूरा हो गया है।
6 सितंबर को अभ्यर्थियों को किसने बुलाया इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। बोर्ड का काम पूरा हो चुका है। डॉ. रवि का कहना है कि खेल कोटे से भर्ती का परिणाम जारी नहीं किया गया है। गुरुवार को सिर्फ अभ्यर्थियों को पोस्टिंग के बारे में पूछने के लिए बुलाया गया था।