रेलवे पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, जीआरपी ने बुधवार को अगरतला-देवघर एक्सप्रेस ट्रेन से दो युवकों को सौ राउंड जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। इन दोनों को जब पकड़ा गया, तब ट्रेन उत्तरी त्रिपुरा के धर्मनगर में थी।

उत्तरी त्रिपुरा से की गई यह गिरफ्तारी इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि दुर्गा पूजा के दौरान राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बढ़ाई गई है। मीडिया से बातचीत में धर्मनगर पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इंचार्ज उत्तम कुमार कलाई ने बताया कि पकड़े गए लोगों की पहचान दीपक सेन और प्रसनजीत दास के रूप में हुई है। दोनों त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले के मधुपुर गांव के रहने वाले हैं।

उन्होंने बताया कि अचानक मारे गए एक छापे के दौरान दोनों को डिटेन किया। इसके बाद उन्हें टीम पुलिस स्टेशन लेकर आई। जांच के दौरान पुलिस ने दीपक सेन के पास से सौ राउंड बुलेट बरामद कीं। जब बुलेट ले जायी जा रहीं थी, तब प्रसनजीत दीपक सेन के साथ था। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, जो जिंदा बुलेट बरामद की गई हैं वो .22 कैलिबर की हैं। GRP की प्रारंभिक जांच के अनुसार, बरामद की गईं बुलेट नागालैंड के दीमापुर से बेचने के लिए त्रिपुरा ले जायी जा रहीं थीं।

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यूपी वेस्ट में किसने रखे ट्रेन की पटरी पर छोटे पत्थर?

न्यूज एजेंसी भाषा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार,  यूपी वेस्ट के बिजनौर से पटरियों पर छोटे पत्थर रखे जाने का मामला सामने आया है। रिपोर्ट के अनुसार, बिजनौर जिले में गुरुवार सुबह ट्रेन ट्रैक पर अज्ञात लोगों ने छोटे पत्थर रख दिए, लेकिन ट्रेन उन पर से सकुशल गुजर गयी। रेलवे पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

GRP थाना प्रभारी पवन कुमार ने बताया कि सहारनपुर से मुरादाबाद जा रही मेमू ट्रेन जब गढ़मलपुर क्रासिंग पर पहुंची तो पटरी पर पत्थर टूटने की आवाज आई। हालांकि ट्रेन सकुशल निकल गयी। बाद में ट्रेन ड्राइवर ने मुर्शदपुर स्टेशन पहुंच कर घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि पटरी पर किसी ने छोटे-छोटे पत्थर रख दिए थे जिन्हें पीसती हुई ट्रेन आगे निकल गयी। उन्होंने कहा कि रेलवे पुलिस पता लगा रही है कि यह बच्चों की शरारत है या साजिश के तहत पटरी पर पत्थर रखे गये।