दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में से एक भारतीय रेलवे को कई बार लेटलतीफ होने का इल्जाम सहना पड़ता है। समस्या यह भी होती है कि यात्रियों को ये पता नहीं चल पाता है कि उनकी ट्रेन आखिर क्यों लेट हो रही है? लेकिन अब रेलवे ने तय किया है कि वह प्लेटफॉर्म पर वीडियो मैसेज के जरिए ट्रेन के देरी से आने का कारण बताएगी और उनसे सहयोग की अपील भी करेगी। रेलवे के सूत्रों के मुताबिक, एक मिनट की वीडियो क्लिप के जरिए ट्रेन लेट होने की स्थिति में यात्रियों से सहयोग की अपील की जाएगी। ये इसी हफ्ते में शुरू होने की उम्मीद है।

शांत होगा यात्रियों का गुस्सा: रेलवे को उम्मीद है कि ये अपील ट्रेन के लेट होने के कारण नाराज हुए यात्रियों के गुस्से को कम करने में मदद करेगी। वीडियो का सार कुछ इस तरह से होगा,’कृपया धैर्य बनाए रखें, आपका धैर्य आपके भविष्य को और बेहतर बनाएगा।” जब यह वीडियो स्टेशन पर लगी टीवी स्क्रीन पर दिखाया जाएगा, आॅडियो में संदेश के साथ रेलवे ट्रैक की मरम्मत करते हुए रेलवे कर्मचारी या फिर लूप लाइन पर खड़ी ट्रेन की तस्वीर को भी प्रसारित किया जाएगा। इससे संदेश को दूर तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।

बदलेगी रेलवे की छवि: रेल अधिकारी मानते हैं कि इस वीडियो से ट्रेन लेट होने पर दिमाग में आने वाली तस्वीरों को बदलने में मदद मिलेगी। अभी तक ट्रेन लेट होने पर हम सिर्फ स्टेशन पर पसीने में तरबतर होकर इंतजार करते रेल यात्रियों की तस्वीरें ही सोच पाते हैं। लेकिन इस वीडियो से हम ये समझा पाएंगे कि आपकी यात्रा सुरक्षित हो इसलिए आपसे भी ज्यादा खराब हालातों में हमारे रेलकर्मी ट्रैक की मरम्मत में जुटे हुए हैं। इससे हम अपनी स्थिति को ज्यादा बेहतर तरीके से यात्रियों को समझाकर उनसे माफी मांग सकेंगे। लेकिन इस ट्रैक मरम्मत से यात्रियों को भविष्य में बेहतर यात्रा का अनुभव मिलेगा।

इतनी लेटलतीफ है आपकी रेल: रेलवे के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, भारत में 30 फीसदी ट्रेन लेट चलती है। पिछले दो वित्तीय वर्षों की तुलना में साल 2017-18 में रेलवे की लेटलतीफी में इजाफा हुआ है। अप्रैल 2017 से मार्च 2018 के मध्य में मेल और एक्सप्रेस ट्रेन 71.39 प्रतिशत वक्त पर आई हैं जबकि 2016-17 में यही आंकड़ा 76.69 फीसदी था। इस मामले में पूरे 5.30 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। जबकि 2015-16 में ट्रेन 77.44 फीसदी तय वक्त पर आया करती थी।